हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) की कैबिनेट (Himachal Pradesh Cabinet) में कुल सात मंत्री शामिल हुए हैं. अभी विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है.
बता दें हिमाचल चुनाव के परिणाम घोषित होने के महीने भर बाद 8 जनवरी को कुल सात विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है.
राजधानी शिमला के राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह हुआ. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इसमें धनीराम शांडिल ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली, इसके अलावा चंद्र कुमार, हर्षवर्द्धन चौहान, जगत सिंह नेगी, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह ने सबसे आखिर में मंत्री पद की शपथ ली. मंत्रियों के तीन पद अभी खाली रहेंगे.
बता दें कि, चंद्र कुमार ज्वाली से पांचवीं बार विधायक बने हैं. ये लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं. धनीराम शांडिल सोलन से तीसरी बार विधायक बने हैं. ये पहले भी हिमाचल सरकार में मंत्री रह चुके हैं. हर्षवर्द्धन चौहान सिरमौर जिले के शिलाई से छठीं बार विधायक के रूप में चुने गए हैं
शिमला क्षेत्र से बने तीन मंत्री
तीन मंत्री पद शिमला के खाते में आए हैं. हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह शिमला से दूसरी बार विधायक बने हैं. वहीं अनिरुद्ध सिंह शिमला की कुसुमप्टी से तीसरी बार के विधायक हैं. जबकि जगत सिंह नेगी किन्नौर से विधायक हैं, जो पहले विधानसभा उपाध्यक्ष भी रहे हैं. इसके अलावा रोहित ठाकुर का नाम भी हैं जो जुबल कोटखाई से चौथी बार विधायक बने हैं.
6 मुख्य संसदीय सचिवों ने भी ली शपथ
वहीं कैबिनेट गठन से पहले सरकार ने मुख्य संसदीय सचिवों (CPS) की नियुक्ति की है. 8 जनवरी की सुबह शिमला में सीपीएस ने शपथ ली. सोलन के दून विधानसभा क्षेत्र से राम कुमार चौधरी, पालमपुर से आशीष बुटेल, बैजनाथ से किशोरी लाल, कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा और सोलन के अर्की से संजय अवस्थी को सीएम सुक्खू ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है.
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