ADVERTISEMENTREMOVE AD

UNGA में प्रस्ताव पास, पहली बार हिंदी, ऊर्दू का जिक्र-अपनी भाषा के कुछ यादगार पल

Geetanjali Shree के उपन्यास 'रेत समाधि' के अनुवाद को मिला अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज, 61.5 करोड़ लोग बोलते हैं हिंदी.

Updated
न्यूज
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में बहुभाषावाद (Multilingualism) पर भारत द्वारा लाए गए प्रस्ताव को अपना लिया गया और यहां पहली बार हिंदी भाषा (Hindi Language) का उल्लेख हुआ है. मतलब गैर आधिकारिक भाषाओं (जिसमें हिंदी, उर्दू, बांग्ला भी शामिल हैं) में भी सूचनाएं देने को प्रोत्साहित करने का प्रस्ताव पास हुआ है. ध्यान रखें कि यह आधिकारिक भाषा का दर्जा नहीं है.

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि "इस साल पहली बार रिजॉल्यूशन में हिन्दी भाषा का उल्लेख है...इसी में पहली बार बांग्ला और उर्दू का भी उल्लेख है. हम इस परिवर्तन का स्वागत करते हैं."

ADVERTISEMENTREMOVE AD
तिरुमूर्ति ने बहुभाषावाद को प्राथमिकता देने के लिए महासचिव का आभार व्यक्त किया और कहा कि, भारत 2018 से संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग (DGC) के साथ साझेदारी कर रहा है और हिंदी भाषा में समाचार और मल्टीमीडिया कंटेंट को मुख्यधारा में लाने के लिए अतिरिक्त बजट भी दे रहा है.

फिलहाल अरबी, चीनी, अंग्रेजी, फ्रेंच, रूसी और स्पेनिश यह छह भाषाएं संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक भाषाएं हैं. अंग्रेजी और फ्रेंच में संयुक्त राष्ट्र सचिवालय काम भी करता है यानि यह इसकी कामकाजी भाषा है.

इस खबर के बाद काफी चर्चा है कि हिंदी भाषा को अंतररार्ष्ट्रीय स्तर पर मान सम्मान मिल रहा है और हिंदी का कद लगातार बढ़ रहा है. हाल ही में हिंदी को अंतररार्ष्ट्रीय स्तर पर मान सम्मान मिला और इससे पहले भी कई बार हिंदी का अंतररार्ष्ट्रीय स्तर पर उल्लेख हुआ है.

0

पहली बार किसी हिंदी उपन्यास ने अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीता

गीतांजलि श्री के उपन्यास "टूम ऑफ सैंड" जिसका हिंदी नाम 'रेत समाधि' है इसे हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज मिला है जिसके बाद हिंदी का कद और बढ़ गया. यह विश्व की उन 13 पुस्तकों में शामिल थी, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्ट लिस्ट किया गया था. यह हिंदी भाषा में पहला ‘फिक्शन’ है जिसे पुरस्कार मिला.

इस किताब का सबसे पहला प्रकाशन साल 2018 में हुआ था जिसके बाद लेखिका और डेजी रॉकवेल ने इस उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद किया. गीतांजलि श्री को पुरस्कार के तौर पर 50 हजार पाउंड यानि करीब 50 लाख रुपये का प्राइज मनी मिला.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

दुनियाभर में हिंदी बोलने वाले 61.5 करोड़ लोग

वर्ल्ड लैंग्वेज डेटाबेस के 22वें संस्करण इथोनोलॉज में बताया गया है कि दुनियाभर की 20 सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में 6 भारतीय भाषाएं हैं जिनमें हिंदी तीसरे स्थान पर है. इथोनोलॉज के मुताबिक दुनियाभर में 61.5 करोड़ लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

अटल बिहारी वाजपेयी ने UN में हिंदी में दिया था भाषण

देश के पूर्व प्रधनमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1977 में बतौर जनता सरकार के विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्रसंघ में अपना पहला भाषण हिंदी में देकर सबको चौंकाया था. संयुक्त राष्ट्र में अटल बिहारी वाजपेयी का हिंदी में दिया भाषण उस वक्त काफी लोकप्रिया हुआ था. यह पहला मौका था जब यूएन जैसे अतंराष्ट्रीय मंच पर भारत और हिंदी भाषा का मान बढ़ा था. हिंदी में दिए गए इस भाषण से यूएन में आए प्रतिनिधि बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने खड़े होकर भारतीय विदेश मंत्रियों के लिए तालियां बजाई थी.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×