भारत के नागरिक उड्डयन नियामक, डीजीसीए ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल उड़ानों पर प्रतिबंध को 'अगले आदेश' तक बढ़ा दिया. वर्तमान में, ओमिक्रॉन वेरिएंट की लहर देश में थोड़ी धीमी पड़ी है.
"यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और विशेष रूप से डीजीसीए द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा."
इसी तरह, 'एयर बबल' समझौते के तहत उड़ानें प्रभावित नहीं होंगी. पिछले महीने, नागरिक उड्डयन नियामक ने, निर्धारित अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध 28 फरवरी, 2022 तक बढ़ा दिया था.
2021 के अंत में, भारत ने कुछ शर्तों के साथ 15 दिसंबर, 2021 से अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की योजना की घोषणा की थी.
हालांकि, विश्व स्तर पर तीसरी कोविड लहर के उभरने के कारण योजना को स्थगित कर दिया गया था.
भारत ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए 23 मार्च, 2020 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया था.
हालांकि, बाद में कुछ देशों के साथ एयर बबल की व्यवस्था के तहत उड़ान प्रतिबंधों में ढील दी गई.
--आईएएनएस
एसकेके/आरजेएस
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)