दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को हफ्तेभर में दूसरा झटका लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वरिष्ठ नेता आशुतोष के बाद अब आशीष खेतान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, आशीष खेतान ने ट्वीट कर कहा है कि अब वह सक्रिय राजनीति का हिस्सा नहीं हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशीष खेतान ने पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल को बीते 15 अगस्त को ही निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा भेज दिया था. हालांकि, अभी तक इस्तीफा स्वीकार होने की पुष्टि नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि फिलहाल आशीष खेतान को मनाने की कोशिशें की जा रहीं हैं.
आशीष खेतान को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता था. उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर नई दिल्ली सीट से चुनाव भी लड़ा था.
“वकालत पर फोकस, पॉलिटिक्स से ब्रेक”
आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की खबरों के बीच आशीष खेतान ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि वो राजनीति में फिलहाल सक्रिय नहीं हैं. खेतान ने ट्वीट कर कहा,
‘मैं पूरी तरह वकालत में जुटा हूं और फिलहाल किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं हूं. बाकी सबकुछ अटकलें है.’
इससे पहले कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि आशुतोष के बाद अब आशीष खेतान ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.
आशुतोष भी दे चुके इस्तीफा
बीते 15 अगस्त को पूर्व पत्रकार आशुतोष ने भी निजी कारणों का हवाला देते हुए आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, "हर सफर का अंत होता है. AAP के साथ मेरा सहयोग जो अच्छा और क्रांतिकारी रहा, वह भी खत्म हो गया है. मैंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है (और) इसे स्वीकार करने के लिए अनुरोध किया है."
हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, "हम आपका इस्तीफा कैसे स्वीकार कर सकते हैं. नहीं, इस जीवन में तो नहीं."
हालातों को देखते हुए समझा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. पहले योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण जैसे संस्थापक सदस्यों को पार्टी से बाहर किया जाना और फिर केजरीवाल के बेहद करीबी कुमार विश्वास की बगाबत. तमाम नेता पार्टी के भीतर चल रहे हालातों के लिए अरविंद केजरीवाल के रवैये को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं. कुमार विश्वास भी काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं. उन्होंने भी राज्यसभा नहीं भेजे जाने को लेकर नाराजगी जताई थी.
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