पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए उपराज्यपाल के आवास पर धरने पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकालेंगे.
केजरीवाल की आम आदमी पार्टी रविवार को सीधे उनके आवास को घेरने जा रही है. पार्टी ने ऐलान किया है कि शाम चार बजे सभी कार्यकर्ता मंडी हाउस के पास इकट्ठे होंगे और वहां से प्रधानमंत्री आवास के लिए शांतिपूर्वक मार्च करेंगे.
मार्च का दिल्लीवासियों पर पड़ेगा असर
केजरीवाल के प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकाले जाने का असर दिल्लीवासियों पर पड़ेगा. इससे मेट्रो यात्री प्रभावित होंगे.
इस मामले में नई दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा का कहना है कि, आम आदमी पार्टी ने इस विरोध मार्च की परमिशन के लिए आवेदन नहीं किया है. उन्होंने जो विरोध मार्च का समय बताया है उस समय 4 मेट्रो स्टेशनों, उद्योग भवन, लोक कल्याण मार्ग, पटेल मार्ग और केंद्रीय सचिवालय को बंद कर दिया जाएगा.
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर मार्च के दौरान किसी भी तरह की हिंसा न होने का आश्वासन दिया है.
“मैं एलजी, पीएमओ और दिल्ली पुलिस को आश्वासन देता हूं कि कोई हिंसा नहीं होगी. हमलोग सिर्फ प्रधानमंत्री को बताना चाहते हैं कि उनके नियुक्त एलजी दिल्ली के साथ अन्याय कर रहे हैं. उनसे आईएएस अधिकारियों से बात कर काम पर वापस बुलाने के लिए भी गुजारिश की जाएगी जो पिछले 4 महीनों से हड़ताल पर हैं.”सौरभ भारद्वाज
नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा, “दिल्ली सरकार को मौजूदा नियमों और प्रावधानों के तहत काम करना चाहिए. वो जो कुछ भी मन में आए नहीं कर सकते.”
बीजेपी नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर विवादित बयान देते हुए उन्हें नक्सली बताया है. स्वामी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा “दिल्ली के सीएम नक्सली हैं. क्यों वे ( ममता बनर्जी, एचडी कुमार स्वामी, चंद्रबाबू नायडू और पी. विजयन) उनका समर्थन कर रहे हैं?”
शनिवार को किया गया था मार्च का ऐलान
आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि
“रविवार को प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने के लिए आप कार्यकर्ता शाम 4 बजे मंडी हाउस पर जमा होंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री के कानों तक बात पहुंचाने के लिए उनके आवास पर जाएंगे. दिल्ली की जनता परेशान है और अहंकारी मोदी सरकार और एलजी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है.”
केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन और गोपाल राय के साथ 11 जून शाम से एलजी अनिल बैजल के ऑफिस पर धरना दे रहे हैं. उन्होंने दिल्ली प्रशासन में काम कर रहे आईएएस अधिकारियों को उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने, 4 महीनों से काम में अड़ंगा लगाने वाले वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और गरीबों के दरवाजे पर जाकर राशन वितरण के लिए सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने की मांग की है.
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