लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने सफाई दी. आशीष का कहना है कि मैं तो उस घटना स्थल पर दो दिन से था ही नहीं. इस हादसे के पीछे मेरे हाथ नहीं है, न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए आशीष ने कहा-
हम लोग एक पुस्तैनी कार्यक्रम करते हैं, जिसके लिए डिप्टी सीएम को बुलाया गया था. हम लोग उनको रिसीव करने जा रहे थे, तभी रास्ते में कुछ किसानों के आंदोलन में शामिल कुछ उपद्रवियों ने हिंसा शुरू कर दी. उन लोगों ने हमारी गाड़ियों को जलाया और डंडों से मारकर हमारे 4 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी.
किसानों का आरोप है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष उर्फ मोनू और उसके समर्थकों ने किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं. जिसमें चार किसानों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं. वहीं पुलिस के मुताबिक अबतक 9 लोगों की मौत की खबर है.
आरोप पर अजय मिश्रा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि उनका बेटा आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव किया और आग लगाई. गाड़ियों से खींचकर बीजेपी कार्यकताओं पर लाठी और तलवारों से हमला किया. इसमें 3 BJP कार्यकर्ताओं और 1 ड्राइवर की मौत हो गई.
तिकुनिया पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और 15 अन्य के खिलाफ लखीमपुर खीरी में हत्या और हिंसा भड़काने के आरोप में केस दर्ज की है, सोमवार को यहां मृतकों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है. रविवार की हिंसा के बाद से लापता एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप का शव सोमवार को मुर्दाघर में मिला, जिसमें चार किसानों सहित मरने वालों की संख्या नौ हो गई.
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