यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में बीजेपी कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. तनाव को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है, जिले में ऐहतियातन इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.
केंद्रीय मंत्री के बेटे पर किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने के आरोप
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में हिंसा की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि सरकार इस घटना की तह में जाएगी और इसमें शामिल लोगों के नामों का खुलासा करेगी. उनपर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बताया जा रहा है कि हिंसा उस वक्त शुरू हुई जब यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बनवारीपुर गांव पहुंचने वाले थे. उपमुख्यमंत्री के गांव पहुंचने की खबर मिलते ही भारी संख्या में किसान तिकुनिया स्थित हेलिपैड के पास प्रदर्शन के लिए जमा हो गए थे. आरोप है कि विवाद होते ही केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे ने प्रदर्शकारी किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें कई किसानों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस घटना के बाद वहां हिंसा भड़क गई और कई गाड़ियों में भीड़ ने आग लगा दी. उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिंसा में अब तक 8 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है.
अजय मिश्रा बोले- मेरा बेटा घटनास्थल पर नहीं था मौजूद
किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप का केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी बचाव करते दिखे. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि उनका बेटा आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था. उन्होंने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ियों पर पथराव किया और आग लगाई. गाड़ियों से खींचकर बीजेपी कार्यकताओं पर लाठी और तलवारों से हमला किया. इसमें 3 BJP कार्यकर्ताओं और 1 ड्राइवर की मौत हो गई.
लखीमपुर खीरी जाएंगे विपक्ष के कई नेता
उधर पूरी घटना को लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर निशाना साधा है. राहुल, अखिलेश, मायावती. तेजस्वी यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने हिंसा और किसानों की मौत के लिए बीजेपी को जिम्मदेार ठहराया है. राहुल गांधी ने किसानों की मौत केो नरसंहार तक करार दे दिया. सोमवार को प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, जयंत चौधरी आदि के लखीमपुर जाने की भी खबर है. इसके अलावा कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे राकेश टिकैत समेत किसान संगठनों के अन्य नेता भी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं.
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में किसानों की मौत के बाद यूपी में प्रदर्शन शुरू हो गया है. घटना के विरोध में बागपत में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्होंने दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाइवे 709बी जाम कर दिया है. बागपत के किशनपुर बिराल गांव के सामने किसा धरना दे रहे हैं. कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया है.
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