ADVERTISEMENTREMOVE AD

पंजाब चुनाव से पहले अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका कांग्रेस में शामिल

सोनू सूद ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि उनकी बहन राजनीति में आएंगी

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सोनू सूद(Sonu Sood) की बहन मालविका सूद(Malvika Sood) ने राजनीति में एंट्री ले ली है. सूद की बहन, मालविका सूद, कांग्रेस(Congress) पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए पंजाब चुनाव लड़ेंगी. सोनू की बहन मालविका ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली. इस मौके पर सोनू सूद और पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की उपस्थिति रहे.

ज्वाइनिंग पंजाब के मोगा जिले में सूद के आवास पर हुई थी, जहां अभिनेता ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि उनकी बहन राजनीति में शामिल होंगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

इस अवसर पर बोलते हुए, मालविका सूद ने कहा कि उन्होंने लोगों की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने के लिए राजनीतिक कदम उठाया है.

मालविका सूद के कांग्रेस में शामिल होने का जिक्र करते हुए सिद्धू ने कहा, "क्रिकेट की दुनिया में इसे गेम चेंजर कहा जाता है." "वह एक युवा और शिक्षित महिला हैं और सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में उनकी शिक्षा उनके आगे के जीवन में उनकी मदद करेगी,"

कौन है मालविका सूद

38 साल की मालविका सूद पंजाब के मोगा शहर में समाज सेवा कर रही है.मालविका सूद सच्‍च्‍र तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं.सोनू सूद की सबसे बड़ी बहन मोनिका शर्मा फार्मास्युटिकल सेक्टर से जुड़ी हुई हैं और अमेरिकी में रहती हैं. मालविका के पिता और मां अब इस दुनिया में नहीं हैं

मालविका पंजाब के मोगा में कोचिंग सेंटर चलाती हैं और जरूरतमंद छात्रों को मुफ्त में अंग्रेजी पढ़ाती हैं. उन्होंने गौतम सच्चर से शादी की है. कोविड लॉकडाउन के दौरान मालविका ने गरीब छात्रों के लिए मुफ्त ऑनलाइन क्लासेज चलाया था

पिछले साल नवंबर में, सोनू सूद ने घोषणा की थी कि उनकी बहन चुनाव लड़ेंगी लेकिन किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी इसके बारे में चुप्पी साधे हुए थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया थ और 10 साल बाद अकाली-बीजेपी सरकार को बाहर कर दिया था. आम आदमी पार्टी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. शिरोमणि अकाली दल (SAD) केवल 15 सीटें जीतने में सफल रही, जबकि बीजेपी को 3 सीटें मिली थी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×