अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) पर मचे बवाल के बीच आज से अग्निवीरों (Agniveer) की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो रही है. भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में भर्ती के लिए आज से रजिस्ट्रेशन होगा. युवा अग्निपथ के तहत आज से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. ये पूरा प्रोसेस 5 जुलाई तक चलेगा. इसके बाद ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी और फिर चयनित उम्मीदवारों को अग्निवीर के तौर पर वायुसेना में काम करने का मौका मिलेगा.
अग्निवीर बनने के लिए यहां करें अप्लाई
अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना ने सबसे पहले भर्ती प्रक्रिया शुरू की है. इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी इंडियन एयर फोर्स के भर्ती पोर्टल- careerindianairforce.cdac.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. IAF के नोटिफिकेशन के मुताबिक उम्मीदवार 5 जुलाई की शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे. इस दौरान अभ्यर्थियों को 250 रुपये परीक्षा शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन माध्यमों से ही करना होगा.
कब होगी परीक्षा?
भारतीय वायुसेना में भर्ती के लिए 24 जुलाई से 31 जुलाई तक ऑनलाइन एग्जाम होगा.
21 अगस्त से 28 अगस्त तक फिजिकल फिटनेस टेस्ट होगा.
29 अगस्त से 8 नवंबर तक मेडिकल एग्जामिनेशन होगा.
1 दिसंबर 2022 को सफल अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी किया जाएगा.
30 दिसंबर 2022 से सफल अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग भी शुरू होगी.
IAF में अग्निवीर बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता
वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए अभ्यर्थी ने दसवीं (मैट्रिक) और इंटरमीडिएट (10+2) परीक्षा उत्तीर्ण की हो या तीन वर्षीय डिप्लोमा या दो वर्षीय वोकेशनल कोर्स किया हो. इन सभी में उम्मीदवारों को न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए. साथ ही उम्मीदवार जन्म 29 दिसंबर 1999 से पहले और 29 जून 2005 के बाद नहीं हुआ होना चाहिए.
IAF में अग्निवीर बनने के लिए शारीरिक योग्यता
लंबाई – वायुसेना में अग्निवीर बनने के लिए न्यूनतम लंबाई 152.5 सेमी होनी चाहिए.
छाती – अग्निवीर भर्ती के लिए अभ्यर्थी की छाती कम से कम 5 सेमी तक एक्सपैंड होनी चाहिए.
वजन – भारतीय वायु सेना के नोटिफिकेशन में कहा गया है कि अभ्यर्थी का वजन उसकी लंबाई और उम्र के अनुरूप होनी चाहिए.
आंखें- कॉर्निअल सर्जरी (पीआरके/लेसिक) वाले भर्ती के लिए अयोग्य हैं. IAF के मानकों के अनुसार दृश्यता जरूरी है.
सुनने की क्षमता– सामान्य हियरिंग जरूरी. 6 मीटर की दूरी से फुसफुसाहट हर कान से सुनने में सक्षम होना जरूरी.
दांत– स्वस्थ मसूढ़े, दातों का पर्याप्त समूह और कम से कम 14 दांत जरूरी.
जनरल हेल्थ– शारीरिक बनावट समान्य होना जरूरी. किसी भी प्रकार तीव्र या दीर्घकालिक बीमारी या सर्जिकल डिसेबिलिटी या इंफेक्शन या त्वचा रोग न हो.
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