भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा देने के फैसले पर मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कड़ा विरोध जताया है.
एमनेस्टी इंटरनेशनल के दक्षिण एशिया निदेशक बिराज पटनायक ने कहा-
कुलभूषण जाधव को मौत की सजा देना दर्शाता है कि पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने अंतरराष्ट्रीय मानकों की धज्जियां उड़ाई हैं.
उन्होंने बयान जारी कर कहा- बचावकर्ताओं को उनके अधिकारों से वंचित करके और कुख्यात गोपनीय तरीके से काम कर सैन्य अदालतें न्याय नहीं करतीं है. बल्कि, उसका मजाक उड़ाती हैं.
क्या है मामला ?
पाकिस्तान में कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है. जाधव 3 मार्च, 2016 को कथित तौर पर बलूचिस्तान के चमान इलाके में पकड़े गए थे.सोमवार को आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने उनकी मौत की सजा को मंजूरी दी है.
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