ADVERTISEMENT

अमरावती हिंसाः अब तक 60 गिरफ्तार, हालात अभी भी तनावपूर्ण

अमरावती में हिंसा का आरोप बीजेपी और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों पर है.

Updated
भारत
2 min read
अमरावती हिंसाः अब तक 60 गिरफ्तार, हालात अभी भी तनावपूर्ण
i

रोज का डोज

निडर, सच्ची, और असरदार खबरों के लिए

By subscribing you agree to our Privacy Policy

महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) में हुई हिंसा में अब तक 60 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. शनिवार को शहर में बीजेपी, बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद आदि के बंद के दौरान भारी हिंसा हुई थी. हालात इतने खराब हो गए थे कि वहां कर्फ्यू तक लगाना पड़ा है.

ADVERTISEMENT

अब तक 60 लोग गिरफ्तार

इंडियन एक्सप्रेस क रिपोर्ट के अनुसार अमरावती हिंसा मामले में अब तक 26 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, पूरे शहर से 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार, 12 नवंबर को रजा एकेडमी ने त्रिपुरा हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया था, इस दौरान कथित रूप से बीजेपी नेताओं के घर पर पत्थरबाजी की गई. इसी पत्थरबाजी के विरोध में बीजेपी, बजरंग दल, और विहिप जैसे संगठनों ने 13 नवंबर यानी शनिवार को बंद का आयोजन किया था. इस बंद के दौरान शहर में हिंसा भड़क उठी.

रिपोर्ट्स के अनुसार रजा एकेडमी समेत अन्य मुस्लिम संगठनों के प्रदर्शन के दौरान कोतवाली इलाके में बीजेपी नेता प्रवीण पोटे के घर पर पत्थरबाजी की गई. इसमें उनके घर के शीशे टूट गए. इस प्रदर्शन में 25,000 लोग शामिल हुए थे.
ADVERTISEMENT

बीजेपी नेता का विडियो आया सामने

बताया जा रहा है कि पत्थरबाजी की प्रतिक्रिया में बुलाए गए बंद के दौरान शहर में अल्पसंख्यकों की दुकानों को जमकर निशाना बनाया गया.

हिंसा के बाद बीजेपी नेता प्रवीण पोटे के एक विडियो भी सामने आया है, जिसमें वो लोगों से शहर के राजकमल चौक पर जमा होने की अपील कर रहे हैं. हालांकि इस दौरान वह समर्थकों को किसी भी तरह की हिंसा नहीं करने की हिदायत देते भी दिख रहे हैं.

ADVERTISEMENT

कर्फ्यू लागू, इंटरनेट बंद

अमरावती में हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं. हालांकि रविवार को शहर में शांति रही, लेकिन ऐहतियान भारी संख्या में पुलिस को शहरभर में तैनात किया गया है. इलाके में 4 दिनों का कर्फ्यू लागू है, इंटरनेट सेवाएं भी रोक दी गई हैं.

मुंबई से कई वरिष्ठ अधिकारियों को अमरावती भेजा गया है, जो हालात कि निगरानी कर रहे हैं. राज्य सरकार की कोशिश है कि किसी भी तरह से हिंसा दोबारा ना भड़के.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×