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अंकित सक्सेना की याद में इफ्तार, हिंदू- मुसलमान सब हुए शामिल

अंकित एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था. लड़की के परिवार वाले ने अंकित का किया था मर्डर.

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दिल्ली के रघुबीरनगर के एक परिवार ने 4 महीने पहले अपने 23 साल के बेटे अंकित सक्सेना को खोया. मामला प्यार का था और कत्ल करने का आरोप एक मुस्लिम परिवार पर लगा. लेकिन इस दर्द के बीच अंकित के परिवारवालों ने भाईचारे की नई मिसाल पेश की है. अंकित के परिवार ने रमजान के इस महीने में रविवार को इफ्तार का इंतजाम किया.

इफ्तार पार्टी अंकित सक्सेना की याद में बनाए गए ट्रस्ट, उसके दोस्त, परिवार और पड़ोसियों की मदद से किया गया.

क्या हिंदू, क्या मुसलमान, हम सब हैं इंसान

इफ्तार के लिए फ्रूट चाट से लेकर शरबत और पकौड़ा बनाने के लिए अंकित के हिंदू और मुस्लिम पड़ोसी ने पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी थी.अंकित की याद में बुलाए गए इस इफ्तार पार्टी में अलग-अलग धर्मों के लोगों ने भी हिस्सा लिया. अंकित के रिश्तेदार आशीष दुग्गल बताते हैं,

इफ्तार का आइडिया अंकित के दोस्त अजहर ने दिया था. लेकिन आज अगर अंकित यहां होता तो कुछ और ही बात होती. हमारा मकसद प्यार और आपसी सौहार्द बनाना है.

क्विंट में छपी खबर को पढ़कर इफ्तार पार्टी में पहुंचे मासूम नबी ने बताया कि मैंने इस इफ्तार के बारे में क्विंट पर पढ़ा था. मैं इन लोगों के इस नेक काम में अपना सहयोग देने आया हूं. ये बहुत अच्छी पहल है.

मासूम नबी के अलावा इस मौके पर गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन कांड से चर्चा में आये डॉक्टर कफील भी मौजूद थे. डॉक्टर कफील ने कहा,

इतना सब कुछ होने के बाद भी अंकित के पिता यशपाल जी ने ये इफ्तार पार्टी कर के बहुत बड़ा संदेश दिया है. मैं यहां उनके इस कदम में साथ देने आया हूं.
डॉक्टर कफील, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर
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इफ्तार पर अमन और शांति की दुआ

शाम करीब 6.45 मिनट पर अंकित के घर पर मीडिया से लेकर आसपास के लोगों की भीड़ जमा होने लगी. 7.17 मिनट पर अजान की आवाज सुनने के बाद सभी ने रोजा खोला. इस मौके पर रोजेदारों ने अमन के पैगाम को देते हुए नमाज अदा की और अंकित के लिए दुआ मांगी.

अंकित के पिता यशपाल सक्सेना ने कहा कि यह सिर्फ फॉर्मेलिटी नहीं है. इस इफ्तार पार्टी से उन्होंने एक पैगाम को देने की कोशिश है.

मैं उन लोगों को मेसेज देना चाहते हैं जो समाज में जाति या धर्म के नाम पर एक-दूसरे को बांटने की कोशिश करते हैं. अंकित की हत्या में शामिल उन सभी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. हमें उस दिन का इंतजार रहेगा जब उन्हें इंसाफ मिलेगा. हमें न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा है. हम चाहते हैं कि इस केस को सांप्रदायिक रंग देकर हमें मिलने वाले न्याय के साथ छेड़छाड़ न की जाए.
यशपाल सक्सेना, अंकित के पिता

कैसे हुई अंकित की मौत?

बता दें कि इसी साल फरवरी के महीने में अंकित सक्सेना का मर्डर कर दिया गया था. अंकित एक मुस्लिम लड़की से प्यार करता था. जिससे नाराज होकर लड़की के परिवारवालों ने अंकित की सरेआम गला रेतकर हत्या की थी.

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