बीजेपी के सीनियर लीडर और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को कुमार विश्वास के खिलाफ मानहानि का केस वापस ले लिया है. बता दें कि कुमार विश्वास ने अरुण जेटली को चिट्ठी लिखकर केस वापस लेने की गुजारिश की थी. जिसके बाद अरुण जेटली ने ये फैसला लिया.
कुमार विश्वास की सफाई
कुमार विश्वास ने अरुण जेटली को चिट्ठी में लिखा है कि अपनी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के कहने पर ही उन्होंने उनकी बात दोहराई थी और अब अरविंद केजरीवाल उनसे संपर्क में नहीं हैं और वो झूठ बोलकर स्वयं गायब हो गए हैं.
कुमार विश्वास ने लिखा है,
आपको और आपके परिवार-शुभचिंतकों को हमारे आदतन झूठे नेता के निराधार आरोप और हमारे उसके झूठ को दोहराने से जो कष्ट हुआ है उसके लिए हमें खेद है, आशा है कि आप भी हम सब का ये सार्वजनिक दर्द समझेंगे और इस निराधार विवाद के हिस्से बचे हम जैसे निरपराध कार्यकर्ताओं को इस वाद में और अधिक कष्ट नहीं उठाने देंगे.
- 01/04कुमार विश्वास का लेटर
- 02/04कुमार विश्वास का लेटर
- 03/04कुमार विश्वास का लेटर
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अरविंद केजरीवाल को कुमार ने कहा ‘झूठा’
विश्वास ने लिखा है कि अरविंद आदतन झूठे हैं और पार्टी कार्यकर्ता होने के नाते उन्होंने सिर्फ अरविंद की बात दुहराई थी.
अरविंद अक्सर कुछ कागज जमा करके हम सब को हर दल के नेता के भ्रष्टाचार के सबूत कहकर दिखाते रहते थे. हम सबने भी बिना सच-झूठ परखे, बिना अपने नेता पर शंका किये उसके हर कथन को अक्षरशः दोहराया. आम आदमी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं और करोड़ों शुभचिंतकों ने भी अरविंद की हर कुतार्किक बात पर यह सोच भरोसा किया कि करोड़ों लोगों के भरोसे को वो कम से कम, केवल चुनाव जीतने जैसी इच्छा के लिए नहीं तोड़ेगा.
बता दें कि मानहानि केस में अरविंद केजरीवाल समेत दूसरे सभी आम आदमी पार्टी के नेताओं के माफी मांग लिए जाने के बाद विश्वास इस मामले में अकेले रह गए थे.
चिट्ठी में कविता के जरिए किया अपना दर्द बयान
कुमार विश्वास ने चिट्ठी के आखिरी में लिखा है कि मैं कवि हूं, इस पत्र के समाहार में शायद इन चार पंक्तियों से अपनी मनःस्थिति को ठीक से बयां कर सकूं-
"पराये आंसुओं से आंख को नम कर रहा हूं मैं,
भरोसा आजकल खुद पर भी कुछ कम कर रहा हूं मैं,
बड़ी मुश्किल से जागी थी जमाने की निगाहों में,
उसी उम्मीद के मरने का मातम कर रहा हूं मैं!"
जेटली ने किया था 10 करोड़ का केस
बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने इन लोगों के खिलाफ 10 करोड़ रूपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया था. जेटली ने केजरीवाल और आप के 5 नेताओं के खिलाफ दिसंबर 2015 में एक मानहानि का मुकदमा दायर किया था.
इन नेताओं ने जेटली पर दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन ( DDCA ) के अध्यक्ष रहते हुए वित्तीय अनियमितता करने का आरोप लगाया था. बीजेपी नेता ने सभी आरोपों का खंडन किया था. जेटली की ओर से पेश हुये वकील माणिक डोगरा ने विश्वास की इस दलील को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं का ही पालन किया था. डोगरा ने कहा कि पहले आरोप लगाते समय विश्वास ने दस्तावेज देखने का दावा किया था.
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