Arvind Kejriwal Arrest: दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्पाद शुल्क नीति मामले में गिरफ्तार कर लिया है. केजरीवाल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, डीएमके समेत विपक्षी पार्टियों और नेताओं ने विरोध जताया है.
आतिशी ने मीडिया से बातचीत में सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी को बीजेपी और पीएम मोदी की राजनीतिक साजिश करार दिया है.
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल का गिरफ्तार होना बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की एक राजनीतिक साजिश है. मोदी जी को अगर किसी एक नेता से डर लगता है तो वो अरविंद केजरीवाल हैं.”
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा- "डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है. मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्जा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है."
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर लिखा- "चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह टार्गेट करना एकदम गलत और असंवैधानिक है. राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री जी को शोभा देता है, न उनकी सरकार को.
अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िये, उनका डटकर मुकाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए - यही लोकतंत्र होता है. मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की ताकत का अपने राजनीतिक मकसद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमजोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के खिलाफ है.
देश के विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज कर दिये गये हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ED, CBI, IT का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल में डलवा दिये गये हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले जाने की तैयारी हो रही है. ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है."
बीजेपी चुनाव परिणाम से पहले ही डर गई: खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- "रोज जीत का झूठा दंभ भरने वाली अहंकारी बीजेपी, विपक्ष को हर तरह से चुनाव के पहले गैर कानून तरीके से कमजोर करने की कोशिश कर रही है. अगर सच में जीत का भरोसा होता तो संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करके मुख्य विपक्षी दल - कांग्रेस पार्टी का Accounts Freeze नहीं किया जाता.
विपक्षी पार्टियों के नेताओं को ठीक चुनाव से पहले निशाना नहीं बनाया जाता. सच यह है कि बीजेपी आने वाले चुनाव परिणाम से पहले ही डर गई है और बौखलाहट में विपक्ष के लिए हर तरह की मुश्किलें पैदा कर रही है. वक्त है बदलाव का ! अबकी बार …सत्ता के बाहर !!"
"गिरफ्तारी एक नयी जन-क्रांति को जन्म देगी"-अखिलेश यादव
एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- "जो खुद हैं शिकस्त के खौफ में कैद ‘वो’ क्या करेंगे किसी और को कैद बीजेपी जानती है कि वो फिर दुबारा सत्ता में नहीं आनेवाली, इसी डर से वो चुनाव के समय, विपक्ष के नेताओं को किसी भी तरह से जनता से दूर करना चाहती है, गिरफ्तारी तो बस बहाना है. ये गिरफ्तारी एक नयी जन-क्रांति को जन्म देगी."
"दिल्ली की लोकप्रिय सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं": तेजस्वी
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा कि हम केजरीवाल के साथ खड़े हैं.
उन्होंने कहा- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की गिरफ्तारी से साफ जाहिर है कि विपक्ष से लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने की बजाय बीजेपी जांच एजेंसियों एवं अन्य संवैधानिक संस्थानों की आड़ और पुरजोर मदद से चुनाव लड़ना चाहती है, राजनैतिक, लोकतांत्रिक व संवैधानिक नैतिकता एवं मर्यादाओं को NDA सरकार ने तार-तार कर देश पर अघोषित आपातकाल थोप दिया है.
तेजस्वी ने कहा- "हम सभी मजबूती से दिल्ली के लोगों की अति लोकप्रिय सरकार के साथ खड़े हैं. जैसा की हम सब ने पटना व मुंबई से खुल कर ऐलान किया था - हम डरने वाले नहीं बल्कि लड़ कर जीतने वाले लोग हैं."
माकपा नेता सीताराम येचुरी ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा- ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करता हूं. गिरफ्तार होने वाले यह भारतीय गुट के दूसरे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं.
जाहिर है, मोदी और बीजेपी मौजूदा चुनावों में लोगों द्वारा नकारे जाने से घबरा गए हैं.
दलबदल कर बीजेपी में शामिल होने वाले सभी विपक्षी नेताओं को सुरक्षा और संरक्षण दिया जाता है. वे 'सत्य हरिश्चंद्र' हैं!
ये गिरफ्तारियां केवल लोगों की बीजेपी को हराने, लोकतंत्र और भारतीय संविधान की रक्षा करने की इच्छा को मजबूत करेंगी.
"वसूली रैकेट (चुनावी बॉन्ड) से ध्यान हटाना चाहते हैं"
अन्नाद्रमुक (AIDMK) के प्रवक्ता कोवई सत्यन ने कहा, "यह गिरफ्तारी साबित करती है कि बीजेपी के लिए तीन सूत्री एजेंडा है. पहला, जो भी बीजेपी का विरोध करेगा, उसे सलाखों के पीछे से चुनाव लड़ना चाहिए. दूसरा, जो भी बीजेपी का विरोध करेगा, उसके पास धन और पैसा खत्म हो जाएगा" पार्टी फंड का उपयोग करने में असमर्थ होंगे. तीसरा, जो भी जमानत पर बाहर हैं, बीजेपी को उनके साथ गठबंधन करने में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी..."
डीएमके के प्रवक्ता सरवनन अन्नादुराई ने केजरीवाल को हिरासत में लिए जाने पर कहा...
"यह अपेक्षित तर्ज पर है... वह (पीएम मोदी) आम आदमी का ध्यान मेगा घोटाले, सबसे बड़ी लूट, बीजेपी द्वारा चलाए जा रहे जबरन वसूली रैकेट (चुनावी बॉन्ड) से हटाना चाहते हैं." इसीलिए यह गिरफ्तारी की गई है. हाई कोर्ट ने ईडी से सवाल किया कि उनके पास अरविंद केजरीवाल के पीछे जाने के लिए क्या सबूत हैं. उन्होंने (ईडी) कोर्ट में समय मांगा और अब उनके दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं. हम आशा है कि सर्वोच्च न्यायालय यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करेगा कि लोकतंत्र कायम रहे..."
तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की निंदा की. टीएमसी नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा, "हम एक निर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं, खासकर जब चुनाव आयोग प्रभारी है और एमसीसी लागू है"
उन्होंने कहा कि इससे पहले एक अवैध अध्यादेश के जरिए उनकी प्रशासनिक शक्तियां छीन ली गई थीं. अगर मौजूदा मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी नेताओं को चुनाव से कुछ हफ्ते पहले गिरफ्तार कर लिया जाता है तो हम भारत में निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? यदि SC और ECI अब कार्रवाई करने में विफल रहते हैं तो भविष्य में बीजेपी की दमनकारी राजनीति के खिलाफ लोगों के साथ कौन खड़ा होगा?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)