दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम मोदी (Pm Modi) को लेटर लिखकर कोरोना (Corona) काल में गरीबों को दिये जाने वाले राशन की अवधि बढ़ाने का आग्रह किया है. दरअसल केंद्र सरकार (Central Government) ने फ्री राशन स्कीम (Free Ration scheme) को 30 नवंबर के बाद जारी रखने से इनकार किया है. इसके बाद दिल्ली सरकार (Delhi government) ने पहले प्रदेश में 6 महीने तक फ्री राशन स्कीम बढ़ाने की घोषणा की और उसके तुरंत बाद अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर केंद्र वाली फ्री राशन स्कीम को बढ़ाने की मांग कर दी.
अरविंद केजरीवाल ने ये लेटर उस वक्त लिखा है जब बीजेपी नेता पेट्रोल-डीजल के रेटों को लेकर गैर बीजेपी सरकारों से सवाल कर रहे हैं, कि केंद्र सरकार ने टैक्स घयाया है तो आप भी पेट्रोल-डीजल से वैट हटाइए.
पीएम को लिखे लेटर में क्या है ?
अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि, देश में इस वक्त कमरतोड़ महंगाई है. आम आदमी को दो वक्त की रोटी मिलना मुश्किल हो रही है. कोरोना काल में कई लोगों के रोजगार चले गए. उनके पास कमाई का कोई साधन नहीं है. ऐसे में मेरी आपसे विनती है कि केंद्र सरकार लोगों को अतिरिक्त मुफ्त राशन देने की योजना 6 महीने के लिए बढ़ा दे.
पेट्रोल-डीजल पर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार को घेरा
बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि,
अरविंद केजरीवाल आप आखिर पेट्रोल-डीजल पर वैट कम क्यों नहीं कर रहे. कभी तो दिल्ली की जनता के बारे में सोचिए. कहीं ऐसा तो नहीं अगर आपने वैट कम किया तो विज्ञापनों का खर्चा कहां से निकलेगा.प्रवेश साहिब सिंह, बीजेपी सांसद
मनीष सिसोदिया ने पेट्रोल-डीजल पर क्या कहा?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्रो मनीष सिसोदिया ने कहा,
केंद्र ने एक्साइज ड्यूटी कम की है, कुछ राज्यों ने वैट कम किए हैं, हम भी एग्जामिन कर रहे हैं. पिछले 2-3 सालों में रेट कम होते रहे, केंद्र एक्साइज ड्यूटी बढ़ाता रहा. इसे 15 रुपए से बढ़ाकर 34 रुपए कर दिया, अब कुछ पैसे कम कर रहे हैं और कह रहे हैं कि राज्य सरकारें कम कर दें. मैं केंद्र से अपील करूंगा कि कम से कम 15 रुपए कम करें.मनीष सिसोदिया, उपमुख्यमंत्री, दिल्ली
बीजेपी नेता दिल्ली सरकार से कह रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल से वैट हटाइए और दिल्ली सरकार केंद्र सरकार से कह रही है कि फ्री राशन की अवधि 6 महीने और बढ़ाइए. ये नया मोर्चा खोलकर अरविंद केजरीवाल ने पेट्रोल-डीजल पर हो रहे सवालों का तोड़ निकालने की कोशिश की है.
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