असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा (Bhupen Bora) को पुलिस ने समन भेजा था. बोरा 31 जनवरी को पुलिस के सामने पेश हुए. भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nayay Yatra) के दौरान हिंसा को लेकर दर्ज मामले में जोरहाट पुलिस ने उन्हें समन जारी किया था. मामला 23 जनवरी को हुई उस झड़प से संबंधित है, जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल लोगों ने गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने के लिए पुलिस बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश की थी.
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के खिलाफ दर्ज मामले में समन मिलने के बाद असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा 31 जनवरी को जोरहाट पुलिस के सामने पेश हुए.
पिछले हफ्ते, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बोरा को जोरहाट पुलिस ने एक नोटिस देकर उन्हें 31 जनवरी को पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया था. पुलिस के सामने पेश नहीं होने पर वे गिरफ्तार हो सकते थे.
जोरहाट पुलिस ने 18 जनवरी को जिले में राहुल गांधी की यात्रा के खिलाफ स्वत: संज्ञान लिया था. उनका आरोप है कि निर्धारित रूट छोड़कर यात्रा दूसरे रास्ते से गई.
बोरा प्रदेश कांग्रेस के अन्य नेताओं और अपने समर्थकों के साथ सुबह 11 बजे पुलिस स्टेशन में सूचना दी. वह तीन घंटे बाद पुलिस स्टेशन से बाहर आ गए और कहा कि उन्हें 12 फरवरी को फिर से वहां रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है.
बीजेपी पर लगाया चुनाव से ध्यान भटकाने का आरोप
पुलिस स्टेशन से बाहर आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह पुलिस के निर्देशों का पालन करेंगे. उन्होने आगे कहा कि असम कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपनी तैयारी जारी रखेगी.
“बीजेपी चाहती है कि कांग्रेस पार्टी पुलिस स्टेशनों में व्यस्त रहे. हम कानून का पालन करेंगे. पुलिस ने मुझे 12 फरवरी को फिर बुलाया है, मैं आऊंगा. हम सभी के कर्तव्य हैं. कुछ चुनाव लड़ेंगे, कुछ प्रचार करेंगे...हमें कानूनी लड़ाई के साथ-साथ लोकसभा चुनाव भी लड़ना है, जो 100 दिनों में होगा. हम वहां भी अपने कर्तव्य निभाएंगे...वे मुझे बंद कर सकते हैं, लेकिन एपीसीसी नहीं रुकेगी. जब गांधी जी और जवाहरलाल नेहरू जी जेल में थे, तब भी स्वतंत्रता संग्राम जारी रहा. हालांकि, मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूं. हमारी पार्टी में कई नेता हैं''भुपेन बोरा
ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मियों पर हमले का आरोप
शिकायत के अनुसार "केबी बायजू नामक व्यक्ति ने अज्ञात अन्य लोगों के साथ मिलकर भीड़ को गार अली रोड पर ले जाने के लिए उकसाया और यातायात प्रबंधन के लिए लगाए गए बैरिकेड्स को क्षतिग्रस्त कर दिया और ऑन-ड्यूटी पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया."
बोरा को जारी किए गए नोटिस में कहा गया है: "वर्तमान जांच के संबंध में आपसे तथ्यों और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए आपसे पूछताछ करने के उचित आधार हैं."
असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के खिलाफ दर्ज किए गए थे. दूसरा मामला 23 जनवरी को हुई उस झड़प के संबंध में है, जब यात्रा में शामिल लोगों ने गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड्स को पार करने की कोशिश की थी. मामला सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है.
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