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बालासोर रेल हादसा: कैसे होगी शवों की पहचान? मुख्य सचिव ने बताया सरकार का प्लान

Odisha Train Accident: मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि घायलों का इलाज कराना हमारी प्राथमिकता है.

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Balasore Train Accident: ओडिशा के बालासोर में रेल हादसे में मृतकों की संख्या 288 पहुंच गई है. राज्य के मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना ने शनिवार को यह जानकारी दी. प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि दोपहर 2 बजे तक मृतकों की संख्या 288 पहुंच गई है और करीब 800 से अधिक लोगों का अभी विभिन्न हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है, 200 लोग इलाज कराकर चले गये हैं.

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'इलाज कराना हमारी प्राथमिकता'

प्रदीप कुमार जेना ने कहा कि घायलों का इलाज कराना हमारी प्राथमिकता है. ओडिशा सरकार लोगों को सबसे बेहतर सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है और चिकित्सा स्टॉफ पूरी तत्पर्ता के साथ मेडिकल ट्रीटमेंट में लगी है.

शवों की पहचान का काम जारी

उन्होंने कहा कि कुछ शवों की पहचान हो गयी है और उन्हें उनके रिश्तेदारों को सौंप दिया गया, जबकि अभी कईयों की पहचान की जा रही है.

जिन शवों की पहचान नहीं हो पायेगी, हम उसके लिए चिकित्सा प्रक्रिया का पालन करेंगे और जरूरत पड़ने पर शवों का DNA सैंपलिंग भी करायेंगे.
प्रदीप कुमार जेना, मुख्य सचिव, ओडिशा

'48 घंटे के भीतर शव को करेंगे डिस्पोज'

मुख्य सचिव ने आगे कहा कि जिन शवों का पहचान नहीं हो पायेगा या फिर जिनका कोई दावा नहीं करेगा, उसको हम 48 घंटे के भीतर चिकित्सा प्रक्रिया का पालन करते हुए डिस्पोज करेंगे.

जेना ने कहा कि गृह मंत्रालय के सचिव, कैबिनेट सचिव, ओडिशा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और एम्स के निदेशक शवों का लेकर निर्णय करेंगे.

793 मरीज हुए डिस्चार्ज

ओडिशा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक 1175 मरीजों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 793 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है. 382 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से 2 की हालत गंभीर है. अन्य सभी की हालत स्थिर है.

कैसे हुआ था हादसा?

बता दें कि ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार, 2 जून की शाम को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस (Bangalore-Howrah Express) से टकरा गई. हादसे में एक माल गाड़ी भी शामिल थी.

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