यूपी के बलरामपुर में एक कॉलेज छात्रा के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है. बीकॉम फर्स्ट ईयर में एडमिशन कराने गई छात्रा नौ घंटे बाद संदिग्ध परिस्थितियों में रिक्शे से घर लौटी और इलाज के लिए अस्पताल जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई.
लड़की की मां का आरोप है कि बेटी को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जहर देकर घर भेजा गया. पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया गया है.
मां का कहना है कि लड़की के पैर और कमर को भी तोड़ दिया गया था और लड़की ने उससे कहा था - मां पेट में बहुत दर्द हो रहा है, मैं मर जाऊंगी, वहीं पुलिस का कहना है कि लड़की का पैर नहीं तोड़ा गया था.
लड़की की मां ने बताया- कि उसकी बेटी मंगलवार सुबह दस बजे कॉलेज में दाखिला कराने गई थी. घर वापसी में देर होने पर कई बार फोन मिलाया, लेकिन बात नहीं हो सकी. रात करीब पौने आठ बजे बेटी विक्षिप्त हालत में घर पहुंची. उसे एक रिक्शेवाला घर तक छोड़ गया था. छात्रा ने अपनी मां से पेट दर्द होने की बात बताई. कह रही थी कि उसके पेट में तेज जलन हो रही है, वह अधिक बात करने की स्थिति में नहीं थी. उसके हाथ में वीगो लगा था, ऐसा लग रहा था कि वह कहीं से इलाज करवा के आई हो.
मां का आरोप अगवा कर किया गैंगरेप
लड़की की मां ने बताया कि उसे एक प्राइवेट डॉक्टर के पास ले जाया गया, हालत गंभीर देखकर डॉक्टर ने छात्रा को तुलसीपुर सीएचसी ले जाने की सलाह दी. वहां ले जाते समय रास्ते में ही छात्रा की मौत हो गई. मां का आरोप है कि उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है. उसे अगवा कर कई लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया है.
पोल खुलने के डर से छात्रा को जहर देकर रिक्शे से घर भेज दिया गया. प्रभारी निरीक्षक कमलेश कुमार ने बताया कि तीन लोगों को कोतवाली लाकर पूछताछ की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सही बात का पता चल सकेगा. छात्रा के भाई ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है..
किराना दुकानदार के घर देखी गई थी छात्रा
गैसड़ी में प्राइवेट क्लीनिक चला रहे डा. जिया उर्रहमान ने मीडिया को बताया कि गैसड़ी बाजार निवासी एक शख्स मंगलवार शाम पांच बजे उन्हें बुलाने आया था, उसने बताया था कि उसके घर किसी की तबीयत खराब है. डा. जियाउर्रहमान उसके घर गए, वहां देखा कि एक युवक दुकान पर बैठा है.
घर में एक लड़की सोफे पर पड़ी कराह रही थी. डॉक्टर ने देखा कि बुलाने गए किशोर और उस युवक को छोड़कर घर में कोई नहीं था. दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि लड़की उनके परिवार की नहीं है. डा. जियाउर्रहमान बिना इलाज किए लौट आए.
डा. जियाउर्रहमान के मुताबिक युवक ने बताया था कि ग्राम पंचायत में तैनात एक सेक्रेटरी की लड़की है. मांगने पर उसका फोन नंबर भी नहीं दिया. मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अंधेरा होने पर उस लड़की को घर के पीछे से रिक्शे पर लादा गया था. लड़की का चप्पल नाली किनारे गिर गया था. बाद में क्या हुआ इसकी जानकारी किसी को नहीं है.
एनजीओ में किसान मित्र के रूप में काम करती थी छात्रा
छात्रा के घर से थोड़ी दूरी पर एक एनजीओ का कार्यालय है. छात्रा पिछले एक साल से वहां किसान मित्र के रूप में काम कर रही है. संस्था गांव में किसानों को जागरूक करने का काम कर रही है. उसे तीन हजार रुपए मानदेय मिलता था.संचालक ने बताया कि छात्रा मंगलवार को ऑफिस में नहीं आई थी.
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