दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल को चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) में 1,035 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध घाटा हुआ है. हालांकि, इससे पूर्व वित्तवर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में कंपनी को 86 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.
कंपनी ने टैरिफ प्लान में और बढ़ोतरी करने का संकेत दिया है, क्योंकि कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने उद्योग को उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश करने में सक्षम बनाने के लिए टैरिफ को और बढ़ाना देने की बात कही है.
इस दौरान हालांकि कंपनी की आय में वृद्धि हुई है. दिसंबर 2019 को खत्म तिमाही में कंपनी की आय 8.5 फीसदी बढ़कर 21,947 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 20,231 करोड़ रुपये थी.
भारती एयरटेल के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 8.80 रुपये या 1.72 फीसदी की बढ़त के साथ 519.1 रुपये पर बंद हुए.
रिपोर्टिंग पीरियड में भारती एयरटेल इंडिया का रेवेन्यू एक साल पहले की तीसरी तिमाही के मुकाबले सात फीसदी बढ़कर 15,797 करोड़ रुपये हो गया. इससे पहले साल की दूसरी तिमाही में कंपनी ने अब तक का सबसे बड़ा 23,045 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था.
कंपनी की ओर से 28,450 करोड़ रुपये सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत सांविधिक बकाया के लिए रखे जाने से यह घाटा हुआ.
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