ADVERTISEMENTREMOVE AD

Qबुलेट: ओलंपिक खिलाड़ी ने बेचा मेडल, ओपी जैशा को हुआ स्वाइन फ्लू

प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन

Updated
भारत
4 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

नौसेना ने फ्रांस सरकार के सामने उठाया स्कॉर्पीन मामला

भारत की स्कॉर्पीन पनडुब्बी से जुड़े दस्तावेजों के लीक होने की बात सामने आने के बाद भारतीय नौसेना ने गुरुवार को इस मुद्दे को फ्रांस की सरकार के सामने उठाया है. एक बयान में भारतीय नौसेना ने कहा,

फ्रांस सरकार के आर्मामेंट्स के साथ इस मुद्दे को उठाया गया है. फ्रांस सरकार से आग्रह किया गया है कि वह इसकी बारीकी से जांच कराए और भारत को अपना नतीजा बताए.
प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन
(फोटो: रॉयटर्स)

भारत में बनाए जा रहे स्कॉर्पीन पनडुब्बी की डिजाइन तैयार करने वाली फ्रांस की कंपनी डीसीएनएस से इस पनडुब्बी की 22 हजार पेज से अधिक सूचनाएं लीक हो गई हैं

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बैन किया जाएगा पैलेट गन का उपयोग

प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन
फाइल फोटो: PTI

गृह मंत्रालय कश्मीर घाटी में हिंसा के माहौल के दौरान पैलेट गन के इस्तेमाल की जगह कोई दूसरा विकल्प तलाश कर रहा है. गृहमंत्री राजनाथ ने अपनी दो दिन की कश्मीर यात्रा में बताया कि प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन की जगह पीएवीए शेल्स या मिर्ची के गोले का इस्तेमाल करने पर विचार किया जा रहा है. पैलेट गन के इल्तेमाल से सुरक्षाबलों का मकसद तो पूरा हो जाता है, लेकिन प्रदर्शनकारियों की आंखो की रोशनी जाने का खतरा रहता है.

0

आईआईटी ने बैन की 31 कंपनियां

प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन
आईआईटी दिल्ली (फोटोः Facebook/IIT Delhi)

पिछले साल छात्रों की ज्वाइनिंग डेट देने में देरी और आनाकानी करने वाली कंपनियों का रवैया आईआईटी प्लेसमेंट कमेटी को ठीक नहीं लगा. उन्होंने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए 31 कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. मतलब अब ये आगे से आईआईटी में प्लेसमेंट के लिए नहीं आ पाएंगी.

हेल्थकेयर स्टार्टअप पोर्टिआ मेडिकल और ऑन डिमांड डिलेवरी सर्विस आईआईटी द्वारा बैन की गई 31 कंपनियों में शामिल हैं. इन्हें छात्रों के अॉफर लेटर में देरी लगाने के चलते बैन किया गया है. ज्यादातर प्रतिबंधित कंपनियां स्टार्टअप हैं. पिछले साल जोमेटो पर लगाया गया बैन एक साल तक और जारी रहेगा. वहीं फ्लिपकार्ट जिसने पिछले साल छात्रों के चयन के बाद ज्वाइनिंग में देरी दिखाई थी, को प्रतिबंधित नहीं किया गया है. उन्हें केवल चेतावनी पत्र दिया जा रहा है.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुधा सिंह के बाद ओपी जैशा को स्वाइन फ्लू

प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन
ओपी जैशा. (फोटो: Reuters)

पिछले हफ्ते रियो से लौटी ओपी जैशा को स्वाइन फ्लू हो गया है. टेस्ट में उन्हें एच1एन1 वायरस से ग्रसित पाया गया. ओलंपिक से लौटने के बाद उन्हें बदन दर्द और बुखार की शिकायत थी. रिपोर्टों के मुताबिक, एसएआई क्षेत्रीय निदेशक श्याम सुंदर ने बताया,

एसएआई डॉक्टरों से मिली सूचना के मुताबिक, जैशा को बेंगलुरु आने के बाद बुखार और बदन दर्द की शिकायत के चलते फोर्टिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.
श्याम सुंदर, क्षेत्रीय निदेशक

श्याम सुंदर ने ये भी बताया कि जैशा को वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में खून के सैंपल के लिए मनाने का काम बहुत कठिन रहा था और रियो से लौटते ही वह 21 अगस्त को छुट्टी के लिए आवेदन करने चली गई थीं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पोलैंड के ओलंपिक खिलाड़ी ने कैंसर पीड़ि‍त बच्चे के इलाज के लिए मेडल बेचा

प्लेसमेंट के बाद ज्वाइनिंग में लेटलतीफी के चलते IIT ने बैन की 31 कंपनियां, पैलेट गन्स को सरकार करेगी बैन
(फोटो: रॉयटर्स)

रियो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले पोलैंड के चक्का फेंक खिलाड़ी पिओत्र मालाचोवस्की ने अपना मेडल बेच दिया. उन्होंने ये काम कैंसर से पीड़ि‍त एक तीन साल के एक बच्चे के इलाज के लिए किया. 33 साल के विश्व चैंपियन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि ओलेक नाम के इस लड़के की मां ने उन्हें एक पत्र भेजा था, जिसे पढ़ने के बाद उन्होंने अपना पदक नीलाम करने का फैसला किया. मालाचोवस्की ने पहले नीलामी की घोषणा करते हुए लिखा,

मैं रियो में गोल्ड मेडल के लिए खेला था. आज मैं सबसे उससे भी कहीं ज्यादा अनमोल चीज के लिए लड़ने की अपील करता हूं. अगर आप मेरी मदद करेंगे, तो मेरा रजत पदक ओलेक के लिए स्वर्ण से भी ज्यादा कीमती बन सकता है.
मालाचोवस्की, ओलंपिक खिलाड़ी 

बच्चे की मां ने पत्र में लिखा था कि ओलेक पिछले दो साल से आंख के कैंसर से जूझ रहा है और न्यूयॉर्क में किया जाने वाला इलाज उसके लिए एकमात्र उम्मीद है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×