देश में कितना काला धन है और कहां-कहां छिपा है, इसकी सही-सही जानकारी तो किसी को भी नहीं है. लेकिन, नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग समेत कई अन्य सरकारी एजेंसियां छापेमारी में लगी हैं. इन छापों में लाखों रुपये बरामद होने से लेकर करोड़ों रुपये की नकदी जब्त होने जैसे मामले शामिल हैं. आयकर विभाग 8 नवंबर के बाद से अब तक लगभग 400 से अधिक मामलों में जांच शुरु कर चुकी है.
क्विंट हिंदी आपके लिए लाया इनमें से 5 सबसे बड़े छापेमारी की घटनाएं -
नोटबंदी के बाद 5 सबसे बड़े छापे
- तमिलनाडु से लगभग 142 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त. इसमें 10 करोड़ मूल्य के नए नोट और 127 किलो सोना है.
- कर्नाटक में 1 दिसंबर को 152 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ, इसमें 4.7 करोड़ नई करेंसी बरामद हुई.
- एक्सिस बैंक की चांदनी चौक शाखा पर आयकर विभाग की कार्रवाई में 44 फर्जी खाते सामने आए हैं. इनमें 100 करोड़ रुपए जमा कराए गए हैं.
- 4 दिसंबर को उड़ीसा के संभलपुर जिले से पुलिस ने 8 हथियारबंद लोगों के पास से 1 करोड़ 42 लाख रुपए जब्त किए थे.
- गुजरात के सूरत से 76 लाख रुपये के 2000 के नए नोट, मुंबई से भी 85 लाख नए करेंसी नोटों के साथ गिरफ्तारी.
1. चेन्नई में सबसे बड़ा छापा
नोटबंदी के बाद आयकर विभाग ने चेन्नई में सबसे बड़ा छापा मारा है. जब्ती के तौर पर लगभग 142 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की गई है. इसमें तकरीबन 10 करोड़ रुपये के नए नोट और 127 किलो सोना है. चेन्नई में टैक्स चोरी को लेकर चल रही कई जगहों पर छापेमारी के दौरान ये सफलता इनकम टैक्स के हाथ लगी.
गुरुवार से ही तमिलनाडु में रेत खनन से जुड़े एक ग्रुप की तलाशी अभियान में जुटी आयकर विभाग की जांच शाखा ने इस संपत्ति को जब्त किया है.
इस ग्रुप के पास पूरे तमिलनाडु के रेत खनन का लाइसेंस है. अधिकारियों ने आठ जगहों (छह आवासीय और दो कार्यालयों) की तलाशी ली.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने दिल्ली में एक बयान जारी करते हुए कहा. “तलाशी के दौरान 96.89 करोड़ पुराने नोट और 9.63 करोड़ नए नोट मिले. लगभग 36.29 करोड़ मूल्य का 127 किलो सोना जब्त किया गया.”
इस मामले में तमिलनाडु के कांट्रैक्टर एस रेड्डी और कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है. राज्य सरकार के साथ काम कर रहे एस रेड्डी ने इस पूरी संपत्ति को अपना बताया है.
2. एक्सिस बैंक, दिल्ली
इनकम टैक्स विभाग ने शुक्रवार को दिल्ली के चांदनी चौंक की एक्सिस बैंक की ब्रांच पर कार्रवाई करके 44 फर्जी खातों के बारे में पता लगाया है. इन खातों में तकरीबन 100 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं. इसके साथ ही इस ब्रांच में नोटबंदी के बाद से अब तक 450 करोड़ रुपए जमा कराए गए है.
फर्जी खातों से मतलब उन खातों से है जिनमें केवाईसी यानी नो योर कस्टमर के पैमानों का पालन नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि काफी बड़ी संख्या में कालेधन को सफेद करने का काम इस ब्रांच में किया गया है.
इससे पहले इसी सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने एक्सिस बैंक के दो मैनेजरों को 3 किलोग्राम सोने के साथ अरेस्ट किया था. इन सभी पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप था. ये दोनों मैनेजर कश्मीरी गेट ब्रांच में कार्यरत थे. एक्सिस बैंक ने अपने ही 19 ऐसे कर्मचारियों को निलंबित किया था क्योंकि उनपर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है.
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3. सूरत और मुंबई में छापा
शुक्रवार को ही गुजरात के सूरत से 76 लाख रुपये के 2000 के नए नोट के साथ 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई में भी क्राइम ब्रांच की टीम ने दादर इलाके से 85 लाख रुपयों के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. बरामद की गई रकम नई करेंसी है. फिलहाल दोनों मामलों की जांच की जा रही है.
हरियाणा के गुड़गांव में भी क्राइम ब्रांच की टीम ने गुरुवार रात तलाशी अभियान चलाया और 2000 रुपये के नए नोट में करीब 10 लाख रुपये बरामद किए.
4. कर्नाटक में छापा - 4.7 करोड़ रुपये
1 दिसंबर को आयकर विभाग ने कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी के हाई-वे डेवलेपमेंट प्रोजेक्ट में चीफ प्लानिंग अफसर एससी जयचंद्र और कावेरी नारीवेरी निगम लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर टीएन चिक्कारायप्पा के अलावा दो कॉन्ट्रैक्टर्स के कई ठिकानों पर छापे मारे गए थे जिन्होंने आय से अधिक संपत्ति जमा कर रखी थी.
इन चारों के पास से 152 करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ था. इनमें 4.7 करोड़ की नई करेंसी मिली थी.
5. उड़ीसा में छापा - 85 लाख के नए करेंसी नोट्स
4 दिसंबर को उड़ीसा के संभलपुर जिले से पुलिस ने 8 हथियारबंद लोगों के पास से 1 करोड़ 42 लाख रुपए जब्त किए थे. 1.42 करोड़ रुपयों में से 85 लाख 62 हजार रुपये, 500 और 2000 के नए नोटों में बरामद हुए थे.
पीएम मोदी ने नोटबंदी पर 50 दिनों का समय मांगा है. अब देखने वाली बात ये है कि आयकर विभाग के छापों में मिले कालाधन का आंकड़ा कहां तक पहुंचता है.
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