वीडियो एडिटर: राहुल सांपुई
बिहार की राजधानी पटना में 19 अगस्त को बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) के बाहर खड़े होकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया जिसमें कई छात्र घायल हो गए हैं. बताया गया कि ये छात्र 2017 में BPSC द्वारा निकाली गई सिविल इंजीनियर पद वैकेंसी की परीक्षा में शामिल हुए थे लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया.
3 साल बाद भी नहीं जारी हुआ रिजल्ट
साल 2017 में बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन ने 1284 एसिस्टेंट इंजीनियर के पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी. इसके बाद 2019 में मेन्स एग्जाम हुआ, लेकिन अब तक रिजल्ट जारी नहीं होने से नाराज छात्र 19 अगस्त को धरने पर बैठ गए. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया जिसमें कई छात्र घायल हो गए.
इस परीक्षा में शामिल हुए सोनू कुमार अपना दर्द बताते हैं कि 'मैं चार भाईयों में सबसे छोटा हूं मेरे तीनों बड़े भाइयों ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की और किराने का दुकान डाल दिए तो पिताजी जी की आखिरी उम्मीद मेरे पर टिकी थी कि और इस चाहत में मुझे वो अपने शौक को गला घोंटकर मुझे इंजीनियरिंग करने के लिये बैंगलोर भेजा.'
सोनू ने GATE की परीक्षा भी पास की लेकिन 2017 में बीपीएसी सहायक अभियंता 02/2017 की भर्ती ने सोनू को नई उम्मीद जगा दी कि वो सरकारी नौकरी के लिए कोशिश करे.
भर्ती की खबर सुनकर मैंने 2018, 2019 में एम.टेक में एडमिशन छोड़ दिया लेकिन अब रिजल्ट में देरी की वजह से मैं ना तो इधर का रहा और ना हीं उधर का रहा. BPSC ने मुझे ना घर का ना घाट का बना डाला. मैं अंत में अपने पिता जी के किराने की दुकान पर हीं बैठने का फैसला किया मैं अब रोज सुबह उठकर दुकान खोलता हूं और पिता जी के साथ दुकान पर बैठता हूं, लेकिन यहां भी मुझे ताने सुनने को मिलते हैं और मैं डिप्रेशन में जा रहा हूं.सोनू कुमार, BPSC परीक्षार्थी
पुलिस ने BPSC के गेट के बाहर पहले छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे, इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)