ADVERTISEMENTREMOVE AD

पहले BJP ने निकाला, अब अरेस्ट: PM के बयान की आलोचना करने वाले उस्मान गनी पर क्या आरोप?

Usman Gani Arrested: पीएम मोदी के बयान की आलोचना करने के बाद बीजेपी ने उस्मान गनी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के बयान की आलोचना करने वाले उस्मान गनी (Usman Gani) की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर BJP अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष को पुलिस ने शनिवार को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें अब एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. बता दें कि उस्मान गनी ने बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुस्लमानों को लेकर की गई टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त की थी, जिसके बाद बीजेपी ने 24 अप्रैल को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

उस्मान गनी पर क्या आरोप लगे हैं?

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मुक्ता प्रसाद नगर पुलिस स्टेशन के SHO धीरेंद्र शेखावत ने बताया "हमने पीएम मोदी को लेकर दिए उनके बयान के बाद दो-तीन दिन पहले उनके इलाके में एहतियातन पर एक पुलिस वाहन भेजा था. उस वक्त वो दिल्ली में थे. उस्मान गनी आज ( शनिवार, 27 अप्रैल) दोपहर के आसपास पुलिस स्टेशन आए और हमसे पूछा कि हमने उनके घर पर वाहन भेजने की हिम्मत कैसे की."

SHO ने दावा करते हुए कहा, “हम यह भी नहीं जानते थे कि वह कौन हैं. थाने के बाहर नाकेबंदी थी, जहां आकर उन्होंने पुलिस से उलझने की कोशिश की. उन्होंने वहां नाटक किया, इसलिए हमने उन्हें बंद कर दिया."

शेखावत ने बताया," उनपर शांति भंग करने के लिए सीआरपीसी की धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है. फिलहाल, वह लॉक अप में है, हम उन्हें अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) के सामने पेश करेंगे."

हालांकि, पुलिस स्टेशन में तैनात सब-इंस्पेक्टर राधेश्याम ने कहा, "उन्होंने (गनी) कुछ टिप्पणी की थी... उनका वीडियो वायरल हो गया था, इसलिए सीआरपीसी 151 के तहत कार्रवाई की गई है."

इसके बाद उस्मान गनी को रविवार, 28 अप्रैल को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और जहां से उन्हें एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

उस्मान गनी ने क्या कहा था?

एक पत्रकार से बात करते हुए उस्मान गनी मुसलमानों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के दिए बयान की आलोचना की थी. उन्होंने कहा था,

"एक मुस्लिम होने के नाते मुझे उनका बयान अच्छा नहीं लगा और ये सिर्फ नरेंद्र मोदी के अकेले की पार्टी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी से हमारे जैसे सैकड़ों मुसलमान जुड़े हुए हैं. जब हम जनता के बीच वोट मांगने जाते हैं तो हमें भी तकलीफ होती है. मुसलमान पूछता है हमारे से, ऐसे बोल रहे हैं, बताओ तुम्हारे पास क्या जवाब है. मैं पीएम मोदी को भी पत्र लिखने वाला हूं. इस तरह की वाहियात बातें न करें तो बेहतर है."

बता दें कि 21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, “पहले जब उनकी (कांग्रेस की) सरकार थी, उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब, ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?"

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

0
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×