असम में पैसे लेकर नौकरी दिलाने के आरोप में पुलिस ने बीजेपी सांसद आर. पी. शर्मा की बेटी पल्लवी शर्मा सहित असम सरकार के 19 अधिकारियों को गिरफ्तार किया. 2016 में हुए असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) की परीक्षा में इन लोगों की राइटिंग उत्तर पुस्तिका की लिखावट से अलग पाई गई है.
डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक गौतम बोरा ने कहा कि 19 अधिकारियों की लिखावट का उनके उत्तर पुस्तिका से मिलान नहीं हुआ, जिन्हें पहले फोरेंसिक जांच में फर्जी पाया गया.
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को गुवाहाटी में गिरफ्तार किया गया. राकेश पाल जब एपीएससी के अध्यक्ष थे उस समय आयोजित परीक्षा में 19 अधिकारियों का चयन हुआ था. पुलिस ने पहले ही पाल, एपीएससी सदस्य समेदुर रहमान और बसंत कुमार डोले और सहायक परीक्षा नियंत्रक पबित्र कैबराता सहित 35 लोगों को गिरफ्तार किया था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और जांच अधिकारी सुरजीत सिंह पनेश्वर ने बताया कि तेजपुर से बीजेपी सांसद आर. पी. शर्मा की बेटी पल्लवी शर्मा एपीएस अधिकारी हैं जिन्हें गिरफ्तार किया गया है.
इससे पहले असम सरकार ने इस साल 21 जून को राज्य सिविल सेवा के 13 अधिकारियों को इस मामले में बर्खास्त कर दिया था. बर्खास्त अधिकारी पिछले साल नवम्बर में जब प्रोबेशन पर थे उसी वक्त उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था और वर्तमान में वे गुवाहाटी केंद्रीय जेल में बंद हैं. उन पर पाल को रिश्वत देने और राज्य सिविल सेवाओं में अनुचित माध्यम का प्रयोग करने के आरोप हैं. बर्खास्त अधिकारियों में कांग्रेस के पूर्व मंत्री नीलमणि सेन डेका का बेटा राजर्षि सेन डेका भी शामिल है.
(इनपुट भाषा से)
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