दिल्ली हिंसा के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जवाबी हमला किया है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरुवार ( 27 फरवरी) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सोनिया गांधी ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर आरोप मढ़ा और आज शिकायत लेकर राष्ट्रपति के दरवाजे पर पहुंच गईं. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाने की बजाय विधानसभा में इन दंगों में मरने वालों का मजहब बता रहे हैं .
जावडेकर ने कहा कि कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर पाकिस्तान जाकर कहते हैं कि उन्हें शाहीन बाग में उम्मीद दिखती है. सलमान खुर्शीद और शशि थरूर ने शाहीन बाग जैसे प्रदर्शनों का समर्थन किया. आम आदमी पार्टी के एमएलए ताहिर हुसैन के घर से हिंसा भड़काने वाली तमाम चीजें मिलीं. इस पर कांग्रेस चुप क्यों है.
जावडेकर बोले,जब 56 पुलिस वालों पर हमला हुआ तो कांग्रेस चुप क्यों थी?
जावडेकर ने कहा, जब 56 पुलिस वालों पर हमला हुआ तो दूसरी राजनीतिक पार्टियां चुप क्यों थीं. जब अंकित शर्मा और एक पुलिस अफसर को मार डाला गया तब भी ये दल चुप क्यों रहे. कई पत्रकारों पर हमला हुआ. जावड़ेकर ने कहा कि यह आग जानबूझ कर भड़काई गई.
उन्होंने कहा 14 दिसंबर को रामलीला मैदान में सोनिया जी ने कहा कि ये आर-पार की लड़ाई है, फैसला लेना पड़ेगा इस पार या उस पार. प्रियंका गांधी कहा कि लाखों को बंदी बनाया जायेगा, जो नहीं लड़ेगा वो कायर कहलाएगा. राहुल गांधी ने कहा कि आप डरो मत कांग्रेस आपके साथ है.
जावडेकर ने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की ओर इशारा करते हुए कहा कि किसी की नागरिकता नहीं जानी है, ये जानते हुए भी जान बूझकर ऐसी गलत बयानी और डर पैदा करना ही इसकी पृष्ठभूमि है. उकसाने का काम वहीं से शुरू हुआ.
जावडेकर ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हालात में अब काबू में हैं. हिंसाग्रस्त इलाकों में गिरफ्तारियां हुई हैं. जांच में तेजी लाई गई है और उम्मीद है कि जो लोग इस हिंसा के पीछे हैं वे जरूर पकड़े जाएंगे.
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