कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के शिवमोग्गा स्थित घर पर सोमवार को बंजारा समुदाय (Banjara community) के लोगों ने हमला कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने येदियुरप्पा के घर पर पथराव भी किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने येदियुरप्पा और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीरों वाले पोस्टर जलाए. हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.
क्यों हो रहा प्रदर्शन?
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदाय को आंतरिक आरक्षण देने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ बंजारा समुदाय बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. फैसले के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. दरअसल, 24 मार्च को कर्नाटक सरकार ने SC/ST समुदाय के लिए इंटरनल रिजर्वेशन का एलान किया था. इसके मुताबिक,
ST समुदाय को जो 17 प्रतिशत आरक्षण दिया, उसे आंतरिक रूप से बांटा गया. इस फैसले के तहत SC लेफ्ट को 6 फीसदी, SC राइट को 5.5 फीसदी, टचेबल्स को 4.5 फीसदी और अन्य को 1 फीसदी देने का फैसला किया गया.
बंजारा समुदाय की क्या मांग?
दरअसल, कर्नाटक सरकार ने यह फैसला न्यायमूर्ति ए जे सदाशिव आयोग की रिपोर्ट के आधार पर किया है. बंजारों का कहना है कि सदाशिव आयोग की रिपोर्ट अनुसूचित जातियों के बीच उप-जातियों के लिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व (Proportional Representation) की सिफारिश करती है जो सही नहीं है.
प्रदर्शनकारियों कहना है कि राज्य सरकार के इस कदम से बंजारा समुदाय के साथ अन्याय होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस सिफारिश को तुरंत वापस लेना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)