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भीम आर्मी को प्रोटेस्ट की इजाजत नहीं,चंद्रशेखर बोले-मैं आ रहा हूं

लाल किले के पास गुरुवार से ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू है

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भारत
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दिल्ली पुलिस ने भीम आर्मी को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी है. इसी बीच भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद की गिरफ्तारी की खबर फैली थी. जिसका खंडन खुद चंद्रशेखर ने किया है. चंद्रशेखर ने कहा, “कृपया मेरी गिरफ्तारी की अफवाहों पर ध्यान न दें. मैं जामा मस्जिद पहुंच रहा हूं.”

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क्विंट से बात करते हुए भीम आर्मी के नेता विनय रतन ने बताया कि पुलिस की इजाजत मिले ना मिले हमारा प्रोटेस्ट मार्च निकलेगा. हम किसी भी कीमत पर इस सरकार को इस देश के लोगों को बाहर करने नहीं दे सकते.”

इससे पहले चंद्रशेखर ने कहा था, “20 तारीख को 1 बजे ऐतिहासिक जामा मस्जिद की सीढ़ियों से भीम आर्मी संविधान की प्रस्तावना पढ़ेगी और यह संदेश दिया जाएगा की यह देश हमारा है और हमें हमारे देश से कोई नही निकाल सकता किया था कि वो किसी भी हालत में.”

लाल किले के पास धारा 144 लागू

लाल किले के पास गुरुवार से ही सीआरपीसी की धारा 144 लागू है मतलब वहां चार या इससे ज्यादा लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है. इस मार्च में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय और जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है.

बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली में गुरुवार को छात्रों, कार्यकर्ताओं और विपक्ष के नेताओं समेत हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किये. साथ ही लाल किले से लेकर जंतर-मंतर और मंडी हाउस के पास जमा होकर विरोध जताए.

वहीं विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी. इसके अलावा दिल्ली में करीब 20 मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया था.

इन नेताओं को पुलिस ने लिया था हिरासत में

संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान लाल किले और मंडी हाउस के पास से विपक्ष के नेताओं और समाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. नेताओं में डी राजा, सीताराम येचुरी, नीलोत्पल बसु, वृंदा करात, अजय माकन, संदीप दीक्षित और कार्यकर्ताओं में योगेंद्र यादव, उमर खालिद समेत 1200 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया था.

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