ADVERTISEMENTREMOVE AD

ट्रेन में कैश के झंझट से मिलेगी राहत, कार्ड से कर सकेंगे पेमेंट

राजधानी ट्रेनों में इसकी शुरुआत कर दी गई है. जल्द ही बाकी ट्रेनों में यात्रियों को भी इसका लाभ मिल सकेगा.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

रेलवे अपने यात्रियों का खास ख्याल रखते हुए एक नई पहल करने जा रही है. जल्द ही रेलगाड़ियों में कैशलेस सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इससे सफर करने वाले तमाम यात्रियों को खाने-पीने की चीजों को खरीदने में काफी आसानी होगी. रेलवे सूत्रों के मुताबिक, यह प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में पेश किया जा चुका है और जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैशलेस सुविधा

अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में सफर कर रहे वह यात्री जो चाय, कॉफी, खाना लेना चाहते हैं, लेकिन कैश की दिक्कत की वजह से नहीं खरीद पाते, उनकी सुविधा का ख्याल रखते हुए रेलवे ने अब रेलगाड़ियों में कैशलेश सुविधा मुहैया कराने का फैसला किया है.

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया-

“डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के जरिए यात्रियों को यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इससे यात्रियों के पास कैश न रहने पर भी वे खाने-पीने की चीजें खरीद सकते हैं. डेबिट और क्रेडिट कार्ड से लेनदेन की शुरुआत कुछ राजधानी ट्रेनों में की गई है. जल्द ही इसे पैंट्रीकार वाली रेलगाड़ियों में भी लागू किया जाएगा.”

कार्ड से कर सकेंगे खरीदारी

अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड की हाल ही में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि यात्री अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भी खरीदारी कर सकते हैं. इसके लिए रेलगाड़ियों में चलने वाले वेंडर अब पीओएस मशीनें लेकर चलेंगे.

अधिकारियों का दावा है कि पीओएस मशीनों से भीम ऐप और पेटीएम के जरिए भी यात्री अपना भुगतान कर सकेंगे. पीओएस मशीन से पेमेंट करने पर खरीदे गए सामान का बिल भी मिलेगा. इससे यात्रियों को फायदा होगा. वेंडर अब यात्रियों से सामान के ज्यादा पैसे नहीं ले पाएंगे.

शुरुआती दौर में रेलवे की तरफ से इस योजना को 26 रेलगाड़ियों में शुरू किया गया है. इस योजना के सफल होने पर पीओएस मशीनों की सुविधा पैंट्रीकार वाली रेलगाड़ियों में दी जाएगी. यह नियम भी बनाया गया है कि संबंधित रेलगाड़ियों में पीओएस से भुगतनान नहीं कराने पर वेंडर से आईआरसीटीसी की तरफ से जुर्माना वसूला जाएगा.

(इनपुटः IANS)

ये भी पढ़ें- विदेश से पैसा भेजने में भारतीय सबसे आगे, 69 अरब डॉलर मिल चुके

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×