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‘भागने के अलावा कोई चारा नहीं’: मैसूर के गांव में दलितों पर हमले

रोड एक्सीडेंट की एक घटना ने जातिगत रंग ले लिया, और पूरे गांव में झड़पें होने लगीं.

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भारत
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मैसूर के सालीग्राम गांव में एक बाइक सवार और एक पैदल यात्री के बीच हुए झड़प के बाद गुरुवार को वहां एक के बाद एक हिंसक घटनाओं की कई वारदातें हुई. सालीग्राम पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बुधवार को देर रात चंद्रू नाम के एक दलित शख्स ने अपनी बाइक से वोक्कालिगा समुदाय के श्रीनिवास नाम के एक शख्स को टक्कर मार दी. इस घटना ने जातिगत रंग ले लिया, और इसके बाद के बाद पूरे गांव में झड़पें होने लगीं.

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सालीग्राम के एक पुलिस अधिकारी का ने कहा, "श्रीनिवास चंद्रू से नाराज था और उसने चंद्रू पर अपनी बाइक से जानबूझकर टक्कर मारने का आरोप लगाया. इसके बाद श्रीनिवास से कुछ अन्य लोग भिड़ गए." श्रीनिवास ने चंद्रू और उसके अन्य साथियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने चंद्रू के खिलाफ मारपीट और हत्या के प्रयास के आरोप में एफआईआर दर्ज की.

केआर नगर तालुक में स्थित सालीग्राम गांव में ज्यादातर आबादी वोक्कालिगा समुदाय से है, जबकि दलित निवासियों की भी एक बड़ी तादाद वहां रहते हैं. इससे पहले भी ये गांव जाति-आधारित उत्पीड़न, खासकर दलित निवासियों को नौकरियों से वंचित करने के लिए चर्चा में रहा है. केआर नगर के जेडीएस विधायक और पूर्व मंत्री, एसआर महेश इसी गांव के रहने वाले हैं.  

विधायक के भाई पर दंगा भड़काने का आरोप

बुधवार रात को श्रीनिवास और चंद्रू के बीच हुई की घटना के बाद लोगों का एक समूह सालीग्राम के अंबेडकर कॉलोनी में घुस आया. यहां ज्यादातर दलितों के घर हैं. लोगों के समूह ने गांव में तनाव को हल करने के बजाय, कॉलोनी के घरों में पत्थर फेंकना शुरू कर दिया और दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दीं. बाद में, इन लोगों द्वारा टायर जलाने और इलाके में जबरन दुकानें बंद करने के वीडियो भी सामने आए.
घटना में शामिल आरोपी लोगों में विधायक एसआर महेश का भाई एसआर रवीश उर्फ

रघु है. शिकायतकर्ताओं ने रवीश पर आंबेडकर कॉलोनी में लोगों के एक समूह का नेतृत्व करके दंगा भड़काने का आरोप लगाया. आरोप है कि रघु ने लोगों से इस इलाके पर 'हमला' करने के लिए कहा.

“रवीश के नेतृत्व में सैकड़ों लोग थे जिन्होंने हमारे इलाके में घरों और दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी. हम कुछ भी नहीं कर सकते थे, हमारे पास वहां से भागने के अलावा कोई चारा नहीं था. हम चाहते हैं कि इंसाफ हो और जो लोग इस घटना में शामिल थे, उन्हें गिरफ्तार किया जाए.”
-लोकेश ने ‘द न्यूज मिनट’ से कहा
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एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "घटना में दो लोग घायल हुए हैं, लेकिन इस इलाके में मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. बड़ी तादाद में लोग डंडों और पत्थरों से घरों में तोड़फोड़ करने लगे." अंबेडकर कॉलोनी के रहने वाले लोकेश ने सालीग्राम पुलिस स्टेशन में 17 लोगों के खिलाफ विभिन आपराधिक धाराओं और एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई है.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मैसूर के एसपी सीबी ऋषिनाथ ने गांव का दौरा किया. इसके बाद गांव में स्थिति नियंत्रण में है. फिलहाल गांव में अतिरिक्त पुलिस सुरक्षा तैनात की गई है. अंबेडकर कॉलोनी में हुए दंगे की घटना के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि मामले में नामजद पहले आरोपी रविश को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है.

(ये स्टोरी द न्यूज मिनट में छपी थी और साभार ली गई है.)

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