CBI ने एक शख्स के खिलाफ प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेट्री पीके मिश्रा के 'स्पेशल असिस्टेंट' बनने की धोखाधड़ी के चलते केस दर्ज किया है. इस शख्स ने विमानन के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी बोइंग इंडिया को पिछले साल अक्टूबर और नवंबर महीने के बीच में कई कॉल किए और उसकी डिफेंस डील से जुड़ी बोलियों के बारे में जानकारी मांगने की कोशिश की. साथ ही उसने बोइंग के अधिकारियों से पीके मिश्रा और गृहमंत्री अमित शाह से मिलने को भी कहा.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक CBI ने FIR दर्ज की है. इस FIR में शख्स ने खुद का नाम अनिरुद्ध सिंह बताया है. उसने बताया है कि वो पीके मिश्रा का ‘स्पेशल असिस्टेंट’ जितेंद्र कुमार बनकर कॉल किया करता था. जबकि सूत्रों के मुताबिक पीएमओ ने एजेंसी को बताया है कि उनके विभाग में इस तरह का कोई पद नहीं है और पीके मिश्रा को जितेंद्र कुमार नाम का कोई शख्स असिस्ट नहीं करता है.
बोइंग ने पीके मिश्रा को लिखा मेल
5 नवंबर 2019 को बोइंग इंडिया की चीफ ऑफ स्टाफ प्रवीणा यग्नमभत ने पीके मिश्रा को ईमेल लिखा कि 'एक अनिरुद्ध सिंह नाम का शख्स हमारे ऑफिस के कर्मचारियों को पीके मिश्रा के स्पेशल असिस्टेंट जितेंद्र कुमार बनकर फोन करता रहता है. वो अक्सर कुछ डिफेंस बोलियों के बारे में बात करने की कोशिश करता है जो हमने रक्षा मंत्रालय में सौंपी हैं. '
इसके बाद इस मेल को पीएमओ ने सीबीआई को फॉरवर्ड किया, जिस पर अब सीबीआई ने केस दर्ज किया है.
पिछले सालों में पीएमओ से जुड़े आए कई केस
पिछले कुछ सालों में CBI ने इस तरह के कई केस दर्ज किए हैं जिसमें पीएमओ का गलत तरीके से नाम इस्तेमाल करने की कोशिश की गई हो. नवंबर 2019 में सीबीआई ने एक केस दर्ज किया जिसमें एक शख्स ने पीएमओ के लेटर की जालसाजी करते हुए कुछ जजों के खिलाफ जांच की मांग की. इसके पहले भी सीबीआई ने एक शख्स पर केस दर्ज किया था जिसमें फोन पर पीके मिश्रा बनकर पुडुचेरी प्रशासन से कुछ मदद करने के लिए कह रहा था.
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