हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से जुड़े करोड़ों रुपये के पीएनबी घोटाले की जांच की निगरानी कर रहे सीबीआई अधिकारी राजीव सिंह को जांच से हटा दिया गया है. और उन्हें निर्धारित समय से पहले ही उनके कैडर त्रिपुरा वापस भेज दिया गया है.
यही नहीं राजीव सिंह के अलावा तीन और अधिकारियों को भी सीबीआई से वापस उनके मूल कैडर भेज दिया गया है. ये फैसला त्रिपुरा सरकार के अनुरोध पर किया गया है.
गुरुवार को ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव मोदी समेत 23 के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. लेकिन यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है, जब एजेंसी नीरव मोदी और चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की योजना बना रही है.
कौन हैं राजीव सिंह?
राजीव सिंह 1993 बैच के त्रिपुरा कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. राजीव सिंह सीबीआई के बैंक सिक्योरिटीज और फ्रॉड सेल के जॉइंट डायरेक्टर थे, और साथ ही पीएनबी घोटाले और आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर जैसे बैंकिंग धोखाधड़ी मामले की जांच कर रहे थे.
किन अधिकारियों को हटाया गया?
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ पर्सोनेल एंड ट्रेनिंग) ने 23 मई को एक आदेश जारी किया था. आदेश के मुताबिक सीबीआई के तीन और अधिकारियों को भी उनके मूल कैडरों में वापस भेज दिया गया है. इनमें जॉइंट डायरेक्टर नीना सिंह , डीआईजी अनीश प्रसाद और पुलिस अधीक्षक आर गोपाल कृष्ण राव शामिल हैं.
आदेश में कहा गया है कि नीना सिंह , राजीव सिंह और आर गोपाल कृष्ण राव को तत्काल अपने मूल कैडर में लौटना होगा, जबकि प्रसाद दो जून को लौटेंगे. इसमें कहा गया है कि अधिकारियों को समय से पहले लौटाने के संबंधित राज्य सरकारों के गुजारिश पर यह फैसला किया गया है.
चारों अधिकारी आईपीएस हैं. नीना सिंह राजस्थान कैडर से हैं, जबकि बाकी बाकी तीन अधिकारी त्रिपुरा कैडर के हैं.
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