सहारनपुर (Saharanpur) में भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) पर हुए हमले के बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के काफिले पर बुधवार, 28 जून को हथियारबंद लोगों ने हमला कर दिया. उनपर ये हमला उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित देवबंद में हुआ. उनके पेट को गोली छूकर निकली है और जख्म के निशान साफ देखे जा सकते हैं. हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अस्पताल के बाहर जमा हुए समर्थक
चंद्रशेखर को हमले के बाद आनन फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, और वहां से सहारनपुर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. रात में जिला अस्पताल के बाहर भीम आर्मी के सैंकड़ों कार्यकर्ता जमा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे.
विरोध प्रदर्शन कर रहे भीम आर्मी कार्यकर्ताओं को एसपी सिटी ने आश्वासन दिया कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी. वही एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने कहा कि फिलहाल चंद्रशेखर की हालत स्थिर है, और वे लगातार डॉक्टर्स की निगरानी में हैं.
चीफ मेडिकल ऑफिसर ने कहा है कि उन्हें 7 से 8 घंटे आईसीयू में रखा जाएगा. उन्हें रात में ही आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. हालांकि, उनकी हालत में सुधार है और आज अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है.
कार से आए हमलावरों ने किया था हमला
जानकारी के मुताबिक, एक कार्यकर्ता के घर से लौटते वक्त चंद्रशेखर आजाद पर हमला हुआ. सहारनपुर-मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर कार से आए हमलावरों ने 4 से 6 राउंड गोलियां चलाई. इसी में चंद्रशेखर घायल हो गए. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया.
उन्होंने घायल अवस्था में अस्पताल में कहा कि,
"मुझे याद नहीं है, लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है. उनकी गाड़ी आगे सहारनपुर की तरफ भागी. हमारी गाड़ी अकेली ही थी. हमारी गाड़ी में कुल 5 लोग थे. हमने यू-टर्न ले लिया. फिर मुझे जानकारी नहीं है. हमारे साथी को भी शायद गोली लगी है. मुझे इतना याद नहीं है. जब गोली चली तो मुझे घबराहट हुई. गोली लगने के बाद मैंने एसएसपी सहारनपुर को फोन किया था."चंद्रशेखर आजाद, अध्यक्ष, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम)
हमले के बाद पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है. पुलिस मामले की जांच में भी जुट गई है लेकिन फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
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