छत्तीसगढ़ के दुर्ग और बेमेतरा जिले में 250 गायों की मौत के मामले में राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री ने विभाग के नौ अफसरों को निलंबित कर दिया है. साथ ही अफसरों को 'कारण बताओ' नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया गया है.
हालांकि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल खुद इन दिनों स्टडी टूर के क्रम में इजराइल में हैं, लेकिन वह वहीं से इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
- दुर्ग के धमधा विकासखंड के ग्राम राजपुर स्थित शगुन गोशाला
- बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड के ग्राम गोडमर्रा स्थित फूलचंद गोशाला
- साजा क्षेत्र के ही ग्राम रानों स्थित मयूरी गोशाला
इन गोशालाओं में बड़ी संख्या में गायों की मौत हुई है. इस मामले में मंत्री अग्रवाल ने पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. एस.के. पांडे को 19 अगस्त की सुबह तक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे.
शनिवार सुबह रिपोर्ट आने के बाद पाया गया कि गोशालाओं में गंभीर अनियमितताएं थीं, इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने रहे. इसलिए बीजेपी शासित राज्य की गोशालाओं में 250 गायों की मौत के रूप में बड़ी घटना सामने आई.
बता दें इस मामले में छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेता हरीश वर्मा का नाम सामने आया है. 200 से ज्यादा गायों को भूखा मारने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. शनिवार को पुलिस ने गायों की मौत के मामले में आरोपी हरीश को कोर्ट में पेश किया था. इस दौरान कोर्ट के बाहर पहले से खड़े युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उसके चेहरे पर कालिख पोत दी. हरीश वर्मा पर आरोप है कि उसने सौ से ज्यादा गायों को भूखा मारकर जमीन में दबवा दिया.
कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने फोन पर कृषि सचिव को दुर्ग जिले के उपनिदेशक (पशुपालन) डॉ. एम.के. चावला, बेमेतरा के उपनिदेशक (पशुपालन) डॉ. ए.के. सिंह, धमधा क्षेत्र के वीएएस डॉ. सत्यम मिश्रा, डॉ. भारतेश शर्मा, एवीएफओ एलएस सोरी, साजा क्षेत्र के वीएएस डॉ. एम.एन. झा, डॉ. पुष्पराज खटकर, एवीएफओ के.के. ध्रुव और एलडी चंद्राकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.
-(इनपुट Ians से)
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