चीन एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद कमरे की बैठक में कश्मीर मुद्दा उठाने की तैयारी में है. बुधवार को न्यूयॉर्क में होने वाली इस बैठक में चीन कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने समेत इससे जुड़े मुद्दे उठा सकता है. हालांकि उसकी यह कोशिश सफल होने की गुंजाइश कम है क्योंकि दूसरे सदस्य इसका विरोध करने के लिए तैयार हैं.
फ्रांस के राजनयिक सूत्रों का कहना है कि उन्हें एक देश की ओर से कश्मीर मुद्दा उठाने की अपील के बारे में पता है. हालांकि उन्होंने कहा है कि बंद कमरे की बैठक में चीन की ओर से कश्मीर मुद्दा दोबारा उठाने पर उनका देश विरोध करेगा.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद कमरे की बैठक एक अफ्रीकी देश से जुड़े मुद्दे पर विचार के लिए बुलाई गई है. चीन ने इस बैठक के दौरान दूसरे मुद्दों पर चर्चा के एजेंडे के तहत कश्मीर मामला उठाने का आवेदन दिया है.
पिछली बार भी चीन की कोशिश हो गई थी नाकाम
फ्रांस के राजनयिक सूत्रों ने कहा कि कश्मीर पर उनके देश के रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि फ्रांस कई बार इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर चुका है. संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की बैठक में वह अपना यही रुख बरकरार रखेगा.
पिछले साल दिसंबर में कश्मीर के मुद्दे पर भारत को घेरने की चीन की चाल विफल हो गई थी. चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर कश्मीर पर एक आतंरिक बैठक बुलाने का प्रस्ताव किया था लेकिन फ्रांस समेत दूसरे देशों ने इसे विफल कर दिया था. चीन ने जम्मू कश्मीर मुद्दे पर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में मंगलवार को चर्चा कराए जाने का आह्वान किया था
भारत ने इस बारे में यूएन के पांच स्थायी सदस्यों और 10 अस्थायी सदस्य देशों से चर्चा की थी और अपना पक्ष रखा था. स्थायी देशों में से भारत के सहयोगी ने भी चीन की अपील पर विचार किया और कहा कि इस मसले पर दूसरी बार चर्चा की जरूरत नहीं है. काफी विचार-विमर्श के बाद चीन ने अपनी अपील वापस ले ली थी.
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