पिछले महीने तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई थी. दुर्घटना के बाद एयरफोर्स की तरफ से जांच करवाई गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि हादसे की वजह कोई तकनीकी या इंसानी गलती नहीं थी, बल्कि "कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन (CITF)" थी, जिसमें पायलट अंजाने में एक सतह से टकरा जाता है.
एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच की अंतिम रिपोर्ट जनवरी में एयरफोर्स चीफ के सामने रखी जाएगी. हालांकि अब तक एयर फोर्स की तरफ से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
CITF का मतलब यह हुआ कि हेलिकॉप्टर उड़ने योग्य स्थिति में था. रिपोर्ट के मुताबिक, इस केस में कुनूर इलाके में खराब मौसम के चलते दृश्यता कम हो गई थी, जो क्रेश की वजह बना होगा. अंतिम रिपोर्ट में दुर्घटना से जुड़ी घटनाओं की विस्तार से चर्चा होगी.
एयर चीफ मार्शल ने बैठाई थी जांच
बता दें यह जांच चीफ ऑफ एयर स्टाफ, एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने बैठाई थी. इसकी अध्यक्षता एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कर रहे थे. बता दें दुर्घटना के बाद ही हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स सुरक्षित कर लिया गया था. जांच में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और सीवीआर (कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर) की भी जांच की गई थी.
बता दें 8 दिसंबर को हुए हादसे में जान गंवाने वाले दूसरे 13 लोगों में जनरल बिपिन रावत की पत्नी और एक दर्जन सैन्यकर्मी शामिल थे.
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