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CJI केस: जस्टिस चंद्रचूड़ बोले- महिला की गैर-मौजूदगी में न हो जांच

जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा है कि चीफ जस्टिस के खिलाफ यौन शोषण के आरोप में महिला की गैर मौजूदगी में जांच न हो 

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भारत
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सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की इकतरफा जांच न हो. उन्होंने कहा है कि यौन शोषण की शिकायत करने वाली महिला के बगैर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट की विश्वसनीयता को धक्का लगेगा.

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जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस नरीमन ने पैनल से की मुलाकात

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस रोहिंग्टन नरीमन ने यौन शोषण मामले की जांच कर रहे सुप्रीम कोर्ट के पैनल से मुलाकात की थी. उन्होंने पैनल के सामने इस मामले की जांच को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी.

2 मई को जस्टिस चंद्रचूड़ ने पैनल को चिट्ठी लिख कर कहा था कि अगर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ उसकी गैर मौजूदगी में जांच जारी रहती है तो इससे सुप्रीम कोर्ट की विश्वसनीयता को धक्का पहुंचेगा. 

जस्टिस चंद्रचूड़ ने रंजन गोगोई के खिलाफ आरोपों की जांच कर रहे पैनल को सुझाव दिया है कि शिकायत करने वाली महिला के लिए वकील मुहैया कराए जाए या फिर एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) नियुक्त किया जाए. दरअसल महिला ने यह कह कर जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था कि उसे पैनल से न्याय की उम्मीद नहीं है. इसके बाद पैनल ने उसकी गैर मौजूदगी में जांच आगे बढ़ाने का फैसला किया.

महिला ने जांच में शामिल होने से कर दिया था इनकार

पिछले सप्ताह रंजन गोगोई के खिलाफ मामला दर्ज कराने वाली महिला ने जांच में शामिल होने से इनकार कर दिया था. महिला ने कहा था वह तीन जजों के इन हाउस पैनल की जांच में शामिल नहीं होगी.उसे तीन जजों के इस पैनल से न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. इस मामले की तीसरी सुनवाई के बाद ही पूर्व महिला कर्मचारी ने कहा कि वह जांच में शामिल होने से डर रही है.

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तीन सदस्यीय पैनल कर रहा है आरोप की जांच

जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी का पैनल चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रहा है.रंजन गोगोई के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए बनी कमेटी से जस्टिस रमना ने खुद को अलग कर लिया था. इसके बाद जस्टिस इंदु मल्होत्रा को पैनल में तीसरी सदस्य के रूप में शामिल किया गया था.

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इन हाउस पैनल की ओर से कराई जा रही जांच के प्रति चिंता जताने वाले जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट की सीनियरिटी लिस्ट में दसवें नंबर पर हैं और 2022 से 2024 तक वह चीफ जस्टिस का पद संभालेंगे. वहीं जस्टिस नरीमन सीनियरिटी में पांचवें नंबर पर हैं और कोलेजियम के भी सदस्य हैं.

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