रेलवे के स्वच्छता सर्वेक्षण में राजस्थान के तीन रेलवे स्टेशनों जयपुर, जोधपुर और दुर्गापुरा को शीर्ष स्थान मिला है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी का एक भी स्टेशन शीर्ष 10 में जगह बनाने में सफल नहीं हुए.रेलमंत्री पीयूष गोयल ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर बुधवार को इसकी घोषणा की. देश के कुल 720 स्टेशनों पर किए गए सर्वेक्षण में इन इन तीनों स्टेशनों को अव्वल स्थान मिला है.
राष्ट्रीय राजधानी में आनंद विहार टर्मिनल 26वें स्थान पर रहा जबकि नयी दिल्ली और हजरत निजामुद्दीन स्टेशन को सूची में क्रमश: 165वां और 241वां स्थान मिला। स्वच्छ स्टेशनों की सूची में सदर बाजार आखिरी पायदान पर रहा. दिल्ली छावनी, दिल्ली जंक्शन और शहादरा को क्रमश: 389वां, 390वां और 378वां रैंक मिला. पिछले साल के मुकाबले उत्तर प्रदेश के फैजाबाद और अयोध्या स्टेशन ने स्वच्छता के मामले में सबसे अधिक सुधार किया है.
उपनगरीय स्टेशनों की श्रेणी में कुल 109 स्टेशनों में मुंबई के अंधेरी, विरार और नायगांव स्टेशनों को शीर्ष स्थान मिला है. इस श्रेणी में सबसे खराब प्रदर्शन दक्षिण रेलवे के पेरुंगलतूर, गुडुवांचारी, सिंगापेरुमालकोइल और ओट्टापल्लम का रहा.
रेलवे मंडलों में उत्तर पश्चिम रेलवे शीर्ष पर रहा जो राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में फैली 5,761 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का प्रबंधन करता है. दूसरे स्थान पर दक्षिण पूर्व रेलवे और तीसरे स्थान पर पूर्व मध्य रेलवे रहा.
उल्लेखनीय है कि रेलवे साल 2016 से 407 प्रमुख स्टेशनों का तीसरे पक्ष से लेखा परीक्षण और स्वच्छता रैंकिंग करा रहा है. इस साल सर्वेक्षण का विस्तार कर 720 स्टेशनों और उपनगरीय स्टेशनों को पहली बार शामिल किया गया. स्टेशनों के मूल्यांकन में हरित उपायों को भी मापदंड में शामिल किया गया.
गोयल ने कहा,
‘‘ आज हम स्वच्छ,स्वस्थ्य और संपन्न भारत के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. रेलवे यात्रियों को स्वच्छ और स्वस्थ्य माहौल मुहैया कराने के लिए अपने स्तर पर काम कर रहा है.’’
उन्होंने कहा,
‘‘ आजादी के बाद कई सरकारें आईं लेकिन बापू (महात्मा गांधी) के सपने को साकार करने में देरी होती रही जबतक कि प्रधान नरेंद्र मोदी ने इसे पूरा करने की जिम्मेदारी नहीं ली.’’
गोयल ने इसके साथ ही कहा कि बुधवार से रेलवे स्टेशनों पर एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक पर रोक लगा दी गई है. स्टेशन स्वच्छता सर्वेक्षण के मुताबिक गैर उपनगरीय स्टेशनों में दो ने 90 प्रतिशत अंक और पांच स्टेशनों को 50 प्रतिशत से कम अंक मिला.
उपनगरीय स्टेशनों में चार प्रतिशत को 70 से 80 प्रतिशत के बीच अंक मिले जबकि 14 प्रतिशत को करीब 50 प्रतिशत अंक मिले. सर्वेक्षण में शामिल 720 स्टेशनों में से 25 प्रतिशत में जल संरक्षण की व्यवस्था है, 18 प्रतिशत में बारिश के पानी को जमा करने और नौ प्रतिशत में दोबारा पानी इस्तेमाल करने की सुविधा है.
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