मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के पास जिस फुटओवर ब्रिज हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई उसका नाम हिमालया फुटब्रिज है. लेकिन 2008 में 26 नवंबर को हमलावर आतंकियों में शामिल अजमल कसाब इसी फुटओवर ब्रिज से होकर कामा अस्पताल पहुंचा था और वहां गोलियां बरसाई थीं. वारदात के बाद पत्रकारों ने इसका नाम कसाब ब्रिज रख दिया था. बाद में लोग इसे कसाब ब्रिज कहने लगे. मुंबई हमले में 58 लोग मारे गए थे और 104 अन्य घायल हुए थे.
इसी ब्रिज से गुजरते वक्त ली गई थी कसाब की फोटो
अजमल कसाब जब इस फुट ओवरब्रिज का इस्तेमाल कर रहा था, तब मुंबई के फोटो पत्रकार सेबेस्टियन डिसूजा ने उसकी फोटो खींची थी. यह फोटो कसाब को सजा दिलाने में मददगार रहा था. कसाब के साथ उसका आतंकी दोस्त इस्माइल खान भी था.
यहां से कामा अस्पताल पहुंच कर बरपाया गया था कहर
26 नवंबर 2208 को आतंकी सीएसटी में गोलीबारी करने बाद इस फुटओवर ब्रिज से कामा अस्पताल में पहुंच कर लोगों पर गोलीबारी की थी. इस दौरान उन लोगों ने हेमत करकरे समेत पुलिस के कई आला अफसरों को निशाना बनाया था.
गुरुवार को फुटओवर ब्रिज हादसे में इस 6 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हो गए. ओवरब्रिज का इस्तेमाल पैदल यात्री कर रहे थे. दिन में इसकी मरम्मत भी चल रही थी. पीएम मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी फुटओवर ब्रिज हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना जताई.
महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी कटघरे में
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री विनोद तावड़े ने इस घटना की जांच बीएमसी और रेलवे के संयुक्त टीम से करवाने की बात कही. AIMIM के विधायक वारिस पठान ने इस मामले के लिए राज्य सरकार और बीएमसी को जिम्मेदार बताया. कांग्रेस के मिलिंद देवडा ने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
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