शनिवार, 25 दिसंबर को कृषि कानूनों (Farm Laws को लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) के 'सरकार एक कदम पीछे गई है, हम फिर आगे बढ़ेंगे' वाले बयान पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा. इस बयान के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार दोबारा कृषि कानून लाने की साजिश कर रही है. हालांकि तोमर ने सफाई दी है कि केंद्र सरकार दोबारा कृषि कानून नहीं लाने जा रही है.
कृषि मंत्री के बयान पर कांग्रेस हमलवार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तोमर के बयान पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ''देश के कृषि मंत्री ने मोदी जी की माफ़ी का अपमान किया है- ये बेहद निंदनीय है.अगर फिर से कृषि विरोधी कदम आगे बढ़ाए तो फिर से अन्नदाता सत्याग्रह होगा. पहले भी अहंकार को हराया था, फिर हरायेंगे.''
खेत खलिहान के खिलाफ मोदी सरकार का षड्यंत्र और रची गई साजिश आखिरकार उजागर हो ही गई. काले कानून वापस लाने के मोदी जी के इशारे पर किए जा रहे षड्यंत्र का जबाब खुद प्रधानमंत्री को देना चाहिए और फिर रची जा रही इस साजिश के लिए अन्नदाताओं से माफी मांगनी चाहिए.रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस
तोमर की सफाई
इस बयान के बारे में पूछे जाने पर नरेंद्र सिंह तोमर ने सफाई दी है. उन्होंने कहा मैंने कृषि कानून वापस लाए जाने की बात नहीं कही है. उन्होंने कहा, ''मैंने कहा था कि सरकार ने एक अच्छा कृषि कानून बनाया था. हमने किसी वजह से उसे वापस लिया. सरकार किसानों के हित के लिए काम करती रहेगी.''
पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने का ऐलान किया और देश से माफी मांगी थी. संसद के शीतकालीन सत्र में दोनों कानूनों को वापस लेने पर लोकसभा और राज्यसभा ने मुहर लगा दी थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)