मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के कटनी आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कटनी एसपी सुनील जैन का एक खत को लेकर हंगामा हो गया है. इस खत में राज्यपाल के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का निर्देश देते हुए सिख और मुसलमानों को आतंकियों से जोड़ने का आरोप है.
इस पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर 6 में लिखा गया है, ''सिख , मुसलमान , जेकेएलएफ , उल्फा , सिमी , एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त नजर रखी जाए.'' पत्र की फोटो वायरल होते ही मध्य प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं.
विपक्ष ने की कार्रवाई की मांग
विपक्ष भी इस खत को लेकर शिवराज सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने इस मामले पर कहा, ''शिवराज सरकार में क्या सिखों को आतंकवादी की श्रेणी में रखा गया है?
एक देशभक्त क़ौम के प्रति प्रदेश की पुलिस का यह रवैया , बेहद दुखदायी है. सरकार कटनी एसपी पर इस मामले में कार्यवाही करे अन्यथा समझा जायेगा कि बीजेपी सरकार की यही भी सोच है.''
कांग्रेस नेता दिग्विजय ने भी पत्र को आपत्तिजनक बताते हुए कार्रवाई की मांग की है.
घोर आपत्तिजनक है. किसी भी धर्म को पालन करने वालों को कैसे आतंकवादियों के साथ जोड़ा जा सकता है? यही मानसिकता समाज में विघटन पैदा करती है जिसका हम विरोध करते हैं. इस प्रकार का उल्लेख सरकारी अधिकारी शासकीय दस्तावेज़ों में करें यह असंवैधानिक है. इन पर कार्रवाई होना चाहिए.कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
कटनी पुलिस ने दी सफाई
एडिशनल एसपी मनोज केडिया ने मामले सफाई देते हुए कहा, ''लिखित गलती के कारण ऐसा हुआ है. कुछ शब्द प्रिंट होने से रह गए, इसलिए उसकाअग मतलब निकाला जा रहा है. कटनी पुलिस का किसी भी समुदाय को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था, किसी भी समुदाय की भावना को अगर ठेस पहुंची है तो हम उसके लिए खेद व्यक्त करना होता है. खत लिखने वाले क्लर्क को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.''
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