देश के कई राज्यों में एक बार फिर कोरोना कहर बरपाने लगा है, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में पांचवीं तक के स्कूल एक बार फिर बंद करने पड़े हैं. वहीं राजधानी दिल्ली में भी शुक्रवार को 312 नए केस सामने आए. जो पिछले डेढ़ महीने से सबसे ज्यादा केस हैं. 3 लोगों की मौत भी हुई.
दिल्ली में मौतों का कुल आंकड़ा 10,918 तक पहुंच गया है, दिल्ली में एक्टिव केसों की संख्या 1779 हो गई, जो कि 23 जनवरी के बाद सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज की संख्या है. 23 जनवरी को 1880 एक्टिव मरीज थे. इस समय दिल्ली में कोरोना के टोटल केस 6,40,494 है.
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस के म्यूटेशन और नए वैरिएंट के कारण, साथ ही कोरोनावायरस प्रोटोकाल के पालन में ढिलाई बरतने की वजह ये मामले बढ़ रहे हैं. हालांकि इससे पहले फरवरी के मध्य में अधिकारियों ने कहा था कि मामलों की दैनिक औसत संख्या 9,000 से 12,000 के बीच और मृत्यु संख्या 78 से 120 के बीच हो गई है.
महाराष्ट्र में बढ़ रहे केस
28 फरवरी से लेकर पांच मार्च के बीच कोरोना के 51,612 नए मामले सामने आए. 28 फरवरी को महाराष्ट्र में एक दिन में 8,283 नए मामले सामने आए थे, हालांकि एक मार्च को दैनिक मामलों में थोड़ी गिरावट दिखी और उस दिन 6,397 नए मामले सामने आए थे, जबकि दो मार्च को मामलों में बढ़ोतरी हुई और उस दिन 7,863 नए मामले सामने आए. तीन मार्च को 9,855 नए मामले और चार मार्च को 8,998 नए मामले सामने आए.
पंजाब में भी बढ़ रहे केस
पंजाब एक और कोविड-19 हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहा है, राज्य ने गुरुवार को 1,071 नए कोविड-19 मामले दर्ज किए, जो नवंबर 2020 के बाद सबसे अधिक है.
देश में 16 जनवरी से शुरू हुए सामूहिक टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 1,80,05,503 कोरोना वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं. वहीं 1 मार्च से शुरू हुए तीसरे चरण में 27 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए 10 हजार से ज्यादा सरकारी और 20,000 से अधिक निजी टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं.
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