24 मार्च के लॉकडाउन के ऐलान के बाद देश भर में ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया. लेकिन इस दौरान ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी आईआरसीटीसी ने अपना ऑपरेशन नहीं रोका. कंपनी इस दौरान गरीब और जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाती रही. इस दौरान आईआरसीटीसी ने 1,86,140 भोजन के पैकेट लोगों तक पहुंचाए.
बेस किचन से पहुंचाए 1.8 लाख फूड पैकेट
आईआरसीटीसी ने अपने बेस किचन से इतना भोजन लोगों तक पहुंचाया. जीआरपी और आरपीएफ, राज्य सरकारों और कुछ एनजीओ की मदद से जरूरतमंदों और गरीबों तक खाना पहुंचाया गया.
रेल मंत्रालय की एक रिलीज के मुताबिक भोजन बांटने के वक्त पर्याप्त सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का सहारा लिया गया. इस दौरान संबंधित रेलवे जोन के डिविजनल मैनेजरों और जनरल मैनेजरों से लगातार संपर्क बना कर रखा गया. आईआरसीटीसी की मदद से रेलवे ने लोगों तक लगातार खाना पहुंचाया.आईआरसीटीसी की इस पहल की काफी तारीफ हो रही है.
15 अप्रैल से ट्रेनों के संचालन पर अभी फैसला नहीं : रेलवे
24 मार्च से ट्रेनों का संचालन बंद है. पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि रेलवे 15 अप्रैल से ट्रेनों के संचालन की तैयारी कर रहा है. लेकिन इस खबर के आने के बाद रेलवे ने इसका खंडन किया है.रेलवे ने कहा है कि उसने अभी तक अपनी सेवाओं की बहाली पर कोई अंतिम फैसला नहीं किया है.
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया था रेलवे के सभी सेफ्टी कर्मचारियों, रनिंग स्टाफ, गार्ड्स, TTE और बाकी अधिकारियों को 15 अप्रैल से अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. हालांकि कि ट्रेनों की सेवा तभी बहाल होगी, जब सरकार से इसके लिए हरी झंडी मिलेगी. ट्रेन चलने के शेड्यूल, उनकी फ्रीक्वेंसी और रैक्स की उपलब्धता के साथ अपने सभी जोन्स के लिए 'बहाली योजना' जारी की है.
24 मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के ऐलान के बाद रेलवे ने 21 दिनों के लिए 13,523 ट्रेनों की सेवाओं को सस्पेंड कर दिया था. हालांकि इस बीच इसकी मालगाड़ियों का चलना जारी रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)