ADVERTISEMENTREMOVE AD

नागालैंड में नागरिकों की मौत पर सेना ने 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी' का गठन किया

नागालैंड सरकार ने राज्य में कई नागरिकों की मौत के मामले में जांच के लिए पांच सदस्यीय (SIT) का गठन किया है

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

नागालैंड(Nagaland) में सुरक्षाबल ऑपरेशन के दौरान नागरिकों के मारे जाने की घटना की जांच के लिए सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया है. सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि, भारतीय सेना के एक मेजर जनरल रैंक के अधिकारी इस पूरी जांच को लीड करेंगे. इससे पहले नागालैंड सरकार ने राज्य में कई नागरिकों की हत्या होने के मामले में जांच के लिए पांच सदस्यीय स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन कर दिया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सेना ने ऑपरेशन के दौरान चलाई गोलियां

सेना के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "भारतीय सेना ने एक मेजर जनरल-रैंक के अधिकारी के तहत नागालैंड नागरिक हत्याओं की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की स्थापना की है. अधिकारी केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में तैनात है." मोन जिले में एनएससीएन (केवाई) आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना की विशेष बल इकाई गोलीबारी में शामिल थी.

सूत्रों के अनुसार, "सैनिकों ने वाहन पर उस समय गोलियां चला दीं, जब वो क्षेत्र में तैनात एक दूसरे घात दल से गुजर रहा था. पहले घटना में, 6 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि खुद का बचाव करने का दावा करते हुए, सैनिकों ने आक्रामक रूप से आंदोलन कर रहे नागरिकों पर गोलीबारी की, जिसमें 7 और लोगों की मौत हो गई."

इससे पहले, सेना ने एक बयान में, उग्रवाद रोधी एक "दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान" पर गहरा खेद व्यक्त किया, और कहा कि घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है क्योंकि हत्या पर नाराजगी जारी है. गुस्साए ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों के वाहनों में आग लगा दी और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए और अपने बचाव में सुरक्षा बलों ने फायरिंग की.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने रविवार 5 दिसंबर को नागरिकों की हत्याओं की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए. घटना के एक दिन बाद रविवार को राज्य सरकार ने सभी मोबाइल इंटरनेट, डेटा सेवाओं पर रोक लगा दी.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×