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बिना सुरक्षा के ही रात में लखीमपुर के लिए निकल गई थीं प्रियंका गांधी- CRPF

प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने जब हिरासत में लिया तब CRPF उन्हें ढूंढ पाई.

Published
भारत
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प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की सुरक्षा में तैनात कर्मी गृह मंत्रालय (Home Ministry) और प्रियंका गांधी को एक पत्र लिखेंगे. समाचार ऐजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीआरपीएफ (CRPF) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रियंका गांधी ने लखनऊ का दौरा करते हुए सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया था, जिसको लेकर वो गृह मंत्रालय को लिखने वाले हैं.

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अधिकारी ने कहा कि, "हम सुरक्षा उल्लंघन के बारे में गृह मंत्रालय और प्रियंका गांधी को लिखेंगे. एक सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति जो कुछ भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करता है, हम उसके द्वारा किए गए उल्लंघन के बारे में लिखित में देते हैं और साथ ही साथ एमएचए (MHA) को भी इसके बारे में सतर्क किया जाता है"
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आपको बता दें कि पहले प्रियंका गांधी को एसपीजी सुरक्षा मिलती थी, लेकिन नवंबर 2019 में राहुल, सोनिया के साथ प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली गई थी और उन्हें सीआरपीएफ की Z+ सिक्योरिटी दे दी गई थी.

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प्रियंका गांधी की सुरक्षा में तैनात सीआरपीएफ के सुरक्षा गार्डों ने सोमवार को अपने सीनियर्स को बताया था कि कैसे, वो तीन बार उन्हें चकमा देकर निकल गईं और खबर भी नहीं दी. जब प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश कर रही थीं तब लखनऊ में यूपी पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था और वहीं सुरक्षाकर्मी प्रियंका गांधी को ढूंढने में सफल रहे थे.

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सीआरपीएफ अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि, "वाड्रा को सोमवार को सुबह 8 बजे लखीमपुर खीरी की यात्रा के लिए दिल्ली से रवाना होना था, लेकिन अपने सुरक्षा कर्मियों को बताए बिना वह रविवार रात दिल्ली से निकल गईं. सीआरपीएफ कर्मियों ने उनका पीछा करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने तीन बार अपनी कार बदली, जिसकी वजह से सुरक्षाकर्मी उनका पीछा नहीं कर सके.

उन्होंने कहा कि अपने अनिर्धारित आंदोलन के दौरान वह बुलेटप्रूफ कार में नहीं थीं और न ही किसी निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के पास थीं, उनके साथ इस मुद्दे को उठाया जाएगा और वरिष्ठ अधिकारियों को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी.

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