दिल्ली में एम्स हॉस्पिटल के ट्रामा सेंटर में भर्ती कोरोना पॉजिटिव पत्रकार तरुण सिसोदिया ने चौथी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया. लेकिन अब इसे सुसाइड के अलावा भी कई और एंगल से देखा जा रहा है. उठते सवाले के बीच जहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जांच के आदेश देने पड़े वहीं अब पत्रकारों ने भी इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. कई बड़े संस्थानों से जुड़े पत्रकार मंगलवार 7 जुलाई को प्रेस क्लब में जमा हुए और वहां साइलेंट प्रोटेस्ट किया.
‘खुदकुशी या फिर साजिश?’
पत्रकारों ने प्रेस क्लब के ठीक सामने हाथों में बैनर लिए काफी देर तक प्रोटेस्ट किया. उन्होंने अपने इस साइलेंट प्रोटेस्ट से कहा कि इस मामले की तुरंत न्यायिक जांच होनी चाहिए. पत्रकारों के हाथों में 'जस्टिस फॉर तरुण', और 'वी डिमांड जुडिशियल कस्टडी' के पोस्टर थे. वहीं कुछ पत्रकारों ने जो पोस्टर पकड़े थे उनमें लिखा था कि तरुण की मौत खुदकुशी है या फिर कोई साजिश है. इसकी हर हाल में जांच होनी चाहिए.
साथी पत्रकारों ने उठाए गंभीर सवाल
एसियन ऐज की सीनियर एडिटर विनीता पांडे ने भी एम्स के बयान पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कैसे कोई हॉस्पिटल ये बोल सकता है कि आईसीयू में रहने वाला पेशेंट पहली मंजिल से चौथी मंजिल तक दौड़कर चला गया और वहां से शीशा तोड़कर छलांग लगा दी. उन्होंने कहा,
“तरुण चौथी मंजिल तक दौड़ गया और किसी भी गार्ड ने उन्हें नहीं पकड़ा? इस पर कैसे यकीन कर लें. ऐसा है तो कोई भी किसी को एम्स ट्रामा सेंटर में चाकू भी मार सकता है, वहां तो वीवीआईपी भी एडमिट होते हैं. तरुण वहां से हॉस्पिटल को एक्सपोज करने की स्टोरी फाइल कर रहा था, जिसके बाद उनके साथ ये घटना हुई. इस मामले में जुडिशियल जांच जरूरी है.”जर्नलिस्ट विनीता पांडे
न्यूज 18 की पत्रकार रचना उपाध्याय ने बताया कि वो तरुण सिसोदिया की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की जांच को लेकर प्रदर्शन करने पहुंची थीं. उन्होंने बताया कि तरुण के जो मैसेज वायरल हो रहे हैं, उनसे कहीं न कहीं इस बात का शक जाहिर होता है कि कुछ तो गड़बड़ थी. एम्स की तरफ से भी जो जवाब आया है वो संतोषजनक नहीं है. इसीलिए इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री ने AIIMS को दिए जांच के आदेश
इससे पहले पत्रकार तरुण सिसोदिया के सुसाइड को लेकर उठने वाले सवालों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एम्स को जांच के आदेश जारी किए. इसके बाद मंत्री ने बताया कि मामले को लेकर हाई लेवल कमेटी बनाई गई है, जो अगले 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. बता दें कि सोमवार 6 जुलाई को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती एक हिंदी अखबार के पत्रकार तरुण सिसोदिया ने सोमवार दोपहर एम्स की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी. इस दौरान हॉस्पिटल में उनके परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था. वो कोरोना पॉजिटिव थे और नौकरी को लेकर भी परेशान चल रहे थे. उनकी मौत से पहले उनके कुछ मैसेज वायरल हो रहे हैं, जिसमें वो अपनी जान का खतरा बता रहे हैं.
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