दिल्ली में कोरोना संक्रमित पत्रकार तरुण सिसोदिया के सुसाइड मामले को लेकर अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की तरफ से बयान आया है. उन्होंने इस मामले को लेकर आधिकारिक जांच के आदेश दे दिए हैं. केंद्रीय मंत्री के आदेश के बाद अब इस मामले को लेकर एक हाई लेवल कमेटी बना दी गई है. जिसे अगले 48 घंटे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपनी है.
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने पत्रकार की फोटो के शेयर करते हुए लिखा,
“तरुण सिसोदिया जी की मौत से काफी दुखी और आश्चर्यचकित हूं. ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी. दुख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. उनके पूरे परिवार, खासतौर पर उनकी पत्नी और उनके छोटे बच्चे के लिए संवेदना व्यक्त करता हूं. भगवान उन्हें इस बड़े नुकसान को सहने की ताकत दे.”केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन
बता दें कि एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती एक हिंदी अखबार के पत्रकार तरुण सिसोदिया ने सोमवार दोपहर एम्स की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी. इस दौरान हॉस्पिटल में उनके परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था.
पत्रकार के इस तरह चौथी मंजिल से कूदने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके साथी पत्रकार पूछ रहे हैं कि जब वो आईसीयू में थे तो बतौर मरीज वो अकेले बाहर कैसे निकले और ऊपर तक कैसे चले गए?
बताया गया है कि तरुण लगातार अपनी नौकरी को लेकर भी परेशान थे. कुछ ही हफ्ते पहले कंपनी ने छंटनी की थी, जिसमें उनका भी नाम शामिल था. लेकिन किसी तरह तरुण ने अपनी नौकरी बचाई.
AIIMS ने क्या कहा?
इस घटना को लेकर उठ रहे सवालों के बीच दिल्ली एम्स की तरफ से भी एक बयान जारी किया गया है. जिसमें उन्होंने बताया है कि पत्रकार को कोरोना के लक्षणों के चलते आईसीयू में भर्ती कराया गया था. लेकिन उनकी हालत में सुधार हो रहा था और जल्द ही उन्हें जनरल वार्ड में शिफ्ट करने की तैयारी थी. एम्स ने बताया कि पत्रकार दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर अचानक अपने बेड से उठकर चौथी मंजिल की तरफ जाने लगे. ऐसा देखकर हॉस्पिटल स्टाफ भी उनके पीछे गया, लेकिन वो ऊपर की तरफ तेजी से भागे और सीड़ियों के पास लगी कांच की खिड़की को तोड़ते हुए नीचे कूद गए. इसके तुरंत बाद उन्हें ट्रामा सेंटर के आईसीयू ले जाया गया, लेकिन चोट लगने के कारण उनकी मौत हो गई.
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