दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर यानी महापौर चुनाव फिर टल गया है. आज दिल्ली को नया मेयर मिलना था, सभी नए पार्षदों और नामित एल्डरमैन काउंसलर ने सदन में शपथ ले ली थी, लेकिन सदन में हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद दिल्ली नगर निगम का सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
इससे पहले 6 जनवरी को मतदान होना था, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पार्षदों के बीच झड़प के बाद सदन की पहली बैठक स्थगित करनी पड़ी थी.
जय श्रीराम के लगे नारे
MCD के सिविक सेंटर में हुए इस चुनाव के दौरान धार्मिक नारेबाजी भी देखने को मिली. बीजेपी नेता ने भी जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए. इसके अलावा शपथ के दौरान बीजेपी के दो पार्षदों ने बागेश्वर धाम के नारे लगाए.
दिसंबर 2022 में हुए एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 250 वार्ड में से 134 पर जीत दर्ज की थी वहीं बीजेपी के हाथ 104 सीट लगी थी. बीजेपी पिछले 15 साल से एमसीडी की सत्ता में काबिज थी. वहीं कांग्रेस सिर्फ 9 सीटों पर जीत सकी थी.
दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर के लिए मतदान में कुल 274 वोट पड़ेंगे:
250 पार्षद
दिल्ली के 14 विधायक
7 लोकसभा सांसद
3 राज्यसभा सांसद
बहुमत के लिए 138 वोटों की जरूरत होगी.
बता दें कि, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार, 20 जनवरी को आम आदमी पार्टी के 13 विधायक और एक बीजेपी विधायक को एमसीडी में प्रतिनिधित्व के लिए नामांकित किया है.
बता दें कि एमसीडी के सदन का कार्यकाल पांच साल का होता है, लेकिन मेयर का कार्यकाल सिर्फ एक साल के लिए होता है. हर साल नये मेयर का चुनाव होता है.
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