दिल्ली-NCR में प्रदूषण गंभीर स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में में GRAP-4 (Graded Response Action Plan) लागू कर दिया है. CAQM ने वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए चरण I, II और III के तहत सभी कार्रवाइयों के अलावा, तत्काल प्रभाव से पूरे NCR में GRAP-4 के तहत 8-सूत्रीय कार्य योजना लागू करने का भी फैसला किया है.
8 सूत्रीय कार्य योजना के तहत इन चीजों पर रोक
GRAP-4 के अनुसार 8-सूत्रीय कार्य योजना आज से पूरे NCR में तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. इसके तहत दिल्ली-NCR क्षेत्र में कई चीजों पर प्रतिबंध लगाया है. वो इस प्रकार से हैं:
दिल्ली में आवश्यक सामान ले जाने वाले और और सभी LNG/ CNG/ इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर अन्य ट्रकों के प्रवेश पर रोक रहेगी.
EV/ CNG/ BS-VI डीजल गाड़ियों को छोड़कर दिल्ली के बाहर पंजीकृत हल्के कमर्शियल गाड़ियों (LCVs) की राष्ट्रीय राजधानी में एंट्री पर रोक रहेगी. आवश्यक वस्तुएं/ सेवाएं प्रदान करने वाली गाड़ियों को इन प्रतिबंधों से छूट मिलेगी.
दिल्ली में पंजीकृत मध्यम और भारी डीजल माल वाहनों के संचालन पर रोक होगी. आवश्यक वस्तुएं/ सेवाएं प्रदान करने वाले वाहनों को छूट होगी.
हाईवे, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन लाइंस, पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं के कंस्ट्रक्शन और डेमोलिशन पर प्रतिबंध रहेगा.
NCR की राज्य सरकारें और दिल्ली सरकार छठवीं, नौंवी और 11वीं कक्षा की फिजिकल क्लासेज बंद करने पर फैसला ले सकती हैं और ऑनलाइन मोड में क्लासेज चला सकती हैं.
NCR राज्य सरकारें/ दिल्ली सरकार सार्वजनिक और निजी कार्यालयों में 50% उपस्थिति के साथ काम करने और बाकी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होने देने पर निर्णय ले सकती है.
केंद्र सरकार अपने कार्यालय में कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की अनुमति देने पर उचित निर्णय ले सकती है.
राज्य सरकारें अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं, जिनमें कॉलेज/ शैक्षिक संस्थान और गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक संस्थाओं को बंद करना शामिल है. साथ ही गाड़ियों को लेकर ऑड-ईवन स्कीम को लागू किया जा सकता है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने बुलाई बैठक
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार, 6 नवंबर को दिल्ली सचिवालय में दोपहर 12 बजे सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक में ट्रांसपोर्ट, एजुकेशन, एमसीडी, एनडीएमसी, डीसीबी, राजस्व, दिल्ली पुलिस, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारी शामिल होंगे.
रविवार को समाचर एजेंसी ANI से बातचीत में उन्होंने कहा,
"केंद्र सरकार के आकड़े बताते हैं कि पंजाब में पराली पिछले साल से कम जलाई गई है. पंजाब के पराली के धुएं का दिल्ली पर उतना असर नहीं है, जितना हरियाणा और उत्तर प्रदेश का है क्योंकि हवा में गति ही नहीं है. हवा चलेगी तभी तो पंजाब का धुंआ दिल्ली तक आएगा. अभी दिल्ली में चारों ओर का धुंआ आया है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पराली का धुंआ दिल्ली पहुंच रहा है."
वहीं दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर सभी प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक के लिए बंद कर दिया गया है.
दिल्ली NCR में प्रदूषण का हाल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता (AQI) 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है. रविवार, शाम 8 बजे के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में AQI इस प्रकार है:
बवाना- 483
द्वारका सेक्टर-8- 474
IGI एयरपोर्ट- 452
ITO- 403
DU- 450
NCR की बात करें तो नोएडा सेक्टर-62 में AQI 466 दर्ज किया गया. वहीं ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-III में AQI 459 है. गाजियाबाद के इंद्रापुरम में AQI 364 है, जो कि 'बहुत खराब' श्रेणी में है.
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