कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के कई किसान संगठन लगातार प्रदर्शन (Farmers Protest) कर रहे हैं. लेकिन इस प्रदर्शन को लेकर कई किसानों के खिलाफ पिछले एक साल में कई केस दर्ज हुए हैं और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है. अब सरकार ने संसद में इसका जवाब दिया है. राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से दिए गए जवाब में बताया गया है कि, दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन से जुड़े करीब 183 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है.
सभी लोग जमानत पर रिहा- सरकार
हालांकि सरकार की तरफ से संसद में ये भी दावा किया गया कि, गिरफ्तार हुए सभी लोग जमानत पर रिहा हो चुके हैं. सीपीआई के सांसद की तरफ से पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने बताया कि पिछले साल 2020 से लेकर 20 जुलाई 2021 तक का ये आंकड़ा है.
सरकार की तरफ से ये भी बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने किसान आंदोलन को लेकर गिरफ्तार हुए लोगों के खिलाफ राजद्रोह और एंटी टेरर लॉ, यूएपीए जैसे कानूनों के प्रावधानों को लागू नहीं किया गया है.
लाल किला हिंसा के बाद कई गिरफ्तारियां
बता दें कि पिछले करीब 9 महीने से किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान जब 26 जनवरी को किसानों ने दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया था तो इस मार्च ने हिंसक रूप ले लिया था. कई प्रदर्शनकारी लाल किले पर पहुंच गए थे. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया. किसानों ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तारी की जानकारी परिवार तक नहीं पहुंचाई और कई किसान लापता थे.
किसान संगठनों की मांग है कि सरकार अपने तीनों कृषि कानूनों को तुरंत रद्द करे, लेकिन सरकार ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया है. सरकार ने कहा है कि अगर बात होगी तो वो सिर्फ संशोधन पर ही होगी. फिलहाल कई महीनों से किसानों और सरकार के बीच बातचीत बंद है.
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