क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि(Climate activist Disha Ravi) का कहना है कि सरकार द्वारा उनका पासपोर्ट ना दिए जाने के कारण वे ग्लासगो(Glasgow) शहर में संयुक्त राष्ट्र COP26 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो सकीं. जबकि इसके लिए उन्होंने 88 दिन पहले ही आवेदन कर दिया था.
रवि, जो स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग(Greta Thunberg) के संगठन 'फ्राइडे फॉर फ्यूचर' से जुड़ी हैं, उन्होंने आगे कहा कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होने और जलवायु संकट पर रिपोर्ट करने के लिए तीन अन्य सदस्यों के साथ ग्लासगो जाने वाली थीं.
रवि ने शनिवार को ट्वीट कर लिखा, ''मैं COP-26 कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकी और अनावश्यक अदालती कार्यवाही में फंसी थी.मेरा पासपोर्ट अभी भी रोक दिया गया है.यह मेरी नागरिक स्वतंत्रता का घोर उल्लंघन है ''.
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस ने फरवरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर एक 'टूलकिट' साझा करने के आरोप में रवि को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था. इसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने ऑन रिकॉर्ड और स्पष्ट सबूत का हवाला देते हुए एक हफ्ते बाद जमानत दे दी थी.
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